श्रीनगर। श्रीनगर विधानसभा उपचुनाव के दिन सेना की जीप में बंधे दिख रहे व्यक्ति की पहचान फारूक दार के रूप में हुई है जबकि इसमें शामिल सैन्य इकाई की पहचान 53 राष्ट्रीय राइफल्स के रूप में हुई है।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के निर्देश पर मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया कि दार मध्य कश्मीर के बडगाम जिलांतर्गत खाग तहसील के सीताहरण गांव का निवासी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में एक व्यक्ति सेना की एक जीप में बंधा हुआ दिख रहा है। इस वीडियो को लेकर घाटी में आक्रोश का माहौल पैदा हो गया था जिसके बाद अधिकारियों और सेना ने मामले की जांच का आदेश दिया।
पूछताछ के दौरान दार ने बताया कि वह अपना वोट डालने गया था, जिसके बाद उसे एक शोकसभा में हिस्सा लेने के लिए अपनी बहन के घर जाना था।
अधिकारियों के अनुसार दार ने जांचकर्ताओं को बताया कि वोट डालने के बाद वह अपनी बहन के गांव की ओर जा रहा था। इसी दौरान सैन्यकर्मियों ने उसे पकड़ लिया जो मतदानकर्मियों के साथ बीरवाह गांव में घुसने का प्रयत्न कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि दार को जीप में बांधकर जवानों के काफिले और कुछ मतदानकर्मियों के साथ सेना गांव में घुसी। अधिकारियों के मुताबिक नागरिकों ने दावा किया है कि 10 से 12 गांवों में परेड कराने के बाद ही उसे छोड़ा गया।
सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दार को एक झड़प वाले स्थान से पकडा गया था और जीप से बांधकर महज 100 मीटर की दूर पर ले जाया गया था और उसके बाद छोड़ दिया गया था।