रांची। सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन विधेयक के झारखंड विधानसभा से पारित होने के विरोध में विपक्षी दलों के झारखंड बंद का पूरे राज्य में मिला-जुला असर देखने को मिला।
राजधानी रांची में बंद समर्थक सुबह से ही निकलकर बाजारों और दुकानों को बंद कराते दिखे। इधर, तोड़फोड़ के डर से शहर की अधिकतर दुकानें बंद रहीं। शनिवार को राजधानी के सभी निजी स्कूल बंद रहे।
हालांकि कुछ देर के लिए बंद समर्थकों के सड़कों पर उतरने से कई सड़कें जाम रहीं, लेकिन पुलिस की सक्रियता से जाम करने वालों को अविलंब गिरफ्तार कर लिया गया। शहरी क्षेत्रों में बंद के दौरान सड़कों पर अन्य दिनों की अपेक्षा कम वाहन चले।
राजधानी रांची में बंद के दौरान रातू रोड में बंद समर्थकों ने ऑटो का शीशा तोड़ दिया। वहीं बंद समर्थकों ने डिस्टलरी पुल, अलबर्ट एक्का चौक, चिरौंदी, तुपुदाना चौक और करमटोली चौक के टायर जलाकर आवागमन बाधित करने का प्रयास किया।
लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए टायर को सड़क से हटाया और बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। बंद समर्थक लाठी-डंडे और तलवार से लैस होकर निकले थे। बंद के दौरान आदिवासी हॉस्टल के छात्रों ने अलबर्ट एक्का में आधे घंटे तक जमकर उत्पात मचाया।
पुलिस ने उनपर आंसू गैस और वाटर कैनन का प्रयोग किया। इसे बाद भी छात्र नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसके बाद सभी छात्रों को बस में बैठाकर बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम स्थित कैंप जेल ले जाया गया।
बंद समर्थकों ने राजधानी समेत पूरे राज्य में जमकर उत्पात मचाया। बंद के दौरान दुमका के नगर थाना क्षेत्र के एसपी कॉलेज के समीप कई वाहनों में बंद समर्थकों ने दो हाइवा, एक बस, एक मारुति वैन, 6 ट्रक में आग लगा दी।
वहीं जमशेदपुर के पोटका में एक हाइवा और पीपला के समीप 10 चक्का ट्रक को बंद समर्थकों ने आग के हवाले कर दिया। वहीं बोकारो के जरीडीह में बंद समर्थकों ने एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया।
गिरिडीह में टावर चौक को शनिवार सुबह बंद समर्थकों ने जाम कर दिया। धनबाद स्टेशन में बंद समर्थकों ने नई दिल्ली-सियालदाह राजधानी एक्सप्रेस को रोकने का प्रयास किया।
वहीं साहेबगंज के बरहेट प्रखंड में बंद समर्थकों ने बाजार में जमकर लूटपाट की। बचाव करने आये पुलिसकर्मियों और बंद समर्थकों में जमकर हाथापाई हुई। पुलिस ने बंद समर्थकों को खदेड़ने के लिए हवा में 6 राउंड फायरिंग भी की।
इस दौरान एक जवान के कान में तीर लग गई और कई जवानों की वर्दी तक बंद समर्थकों ने फाड़ दी। बंद के दौरान पूरे राज्य से 9563 बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया गया।
रांची से 969, गुमला से 215, सिमडेगा से 129, लोहरदगा से 122, चाईबासा से 102, जमशेदपुर से 1247, सरायकेला से 370, पलामू से 101, गढ़वा से 133, लातेहार 235, हजारीबाग से 144, रामगढ़ से 411, गिरिडीह से 481, कोडरमा से 133, चतरा से 63, बोकारो से 296, धनबाद से 561, दुमका से 446, देवघर से 904, जामताड़ा से 678, पाकुड़ 1371, गोड्डा 152, साहेबगंज 273 बंद समर्थक शामिल हैं।
रांची सहित पूरे राज्य से विपक्षी पार्टियों के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। इनमें प्रमुख रुप से झामुमो कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व स्पीकार आलमगीर आलम, विधायक प्रदीप यादव, विधायक बादल पत्रलेख, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की, पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी, पूर्व सांसद भाकपा भुवनेश्वर मेहता, पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो, पूर्व विधायक संजय यादव, अरुप चटर्जी, पर्वू मंत्री मन्नान मल्लिक, पूर्व विधायक नियेल तिर्की, पूर्व विधायक थियोडर किड़ो, पूर्व विधायक माले के विनोद सिंह, पूर्व विधायक सालखन सोरेन, दयामणि बारला, आदिवासी संघर्ष मोर्चा के देव कुमार धान, झाविमो के महासचिव अभय सिंह और जमशेदपुर से झाविमो जिला अध्यक्ष विजय खान, गोड्डा से कांग्रेस जिला अध्यक्ष दीपीका पांडेय, झाविमो रमेश राही, झाविमो के मनोहर यादव,कांग्रेस महासचिव कृष्णा राम प्रधानपूर्व स्पीकर शशंक शेखर भोक्ता, इरफान अंसारी, झामुमो विधायक रविन्द्रनाथ महतो, राज्यसभा सांसद प्रदीप बुलमूचू शामिल हैं। बंद के बाद आइजी अभियान सह पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पूरे राज्य में 9563 बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है।
जहां-जहां तोड़फोड़ और आगजनी हुई वहां आईपीसी की धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। संबंधित नेताओं पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।