नई दिल्ली। देशद्रोह के आरोप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी मामले में कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की देशभक्ति पर सवाल उठाया है।
कांग्रेस ने कहा कि इन संगठनों से जुडे तमाम प्रमुख नेताओं में से किसी ने भी देश की आजादी के लिए अपने प्राण नहीं गंवाए। बावजूद इसके यह लोग देशभक्ति पर अपना एकाधिकार समझते हैं।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने रविवार को कहा कि भारत में 1947 से अब तक आरएसएस और भाजपा का एक भी नेता उग्रवाद और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करते हुए शहीद नहीं हुआ। इसके बावजूद यह लोग देशभक्ति पर अपना एकाधिकार का दावा करते हैं।
इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को जेएनयू जाकर आंदोलन कर रहे छात्रों का समर्थन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि एक नौजवान ने अपनी बात रखी और सरकार ने उसे राष्ट्रविरोधी करार दे दिया।
छात्रों को वैसा कहने की इजाजत क्यों नहीं दी जाती जिसमें वो विश्वास रखते हैं। उन्होंने मोदी सरकार को हिटलर बताते हुए कहा कि ज्यादा राष्ट्रविरोधी वह लोग हैं जो इस संस्थान के छात्रों की आवाज को दबा रहे हैं।
सभी के पास अपना विरोध दर्ज करने का अधिकार है। भारत इसीलिए प्रगति कर रहा है क्योंकि अधिक से अधिक लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं।