नई दिल्ली। राष्ट्रदोह के मामले में पुलिस ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व लेक्चरर एसएआर गिलानी को मंगलवार तडके गिरफ्तार कर लिया। गिलानी को सोमवार रात संसद मार्ग थाना में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इसके बाद उन्हें हिरासत में लेकर कई घंटे पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
दोपहर बाद पटियाला कोर्ट में पेश करके पुलिस ने रिमांड मांगा जिस पर अदालत ने गिलानी को दो दिन के लिए पुलिस रिमांड पर सौंप दिया।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में गत 10 फरवरी को संसद हमले के दोषी अफजल गुरू के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम में भारत विरोधी नारेबाजी पर स्वत: संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस ने इसके आयोजक डीयू के पूर्व लेक्चरर गिलानी एवं अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिलानी के आग्रह पर ही प्रेस क्लब में हॉल बुक किया गया था। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद प्रेस क्लब के सदस्य और डीयू के प्रोफेसर अली जावेद से पुलिस ने लगातार दो दिनों तक पूछताछ की, जिन्होंने कार्यक्रम के लिए हॉल बुक किया था।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रद्रोह के एक अन्य मामले में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया था। कन्हैया पर जेएनयू परिसर में गत नौ फरवरी को आयोजित एक कार्यक्रम में भारत विरोधी नारेबाजी का आरोप है। इस मामले में पुलिस ने 20 लोगों की सूची बनाई है, जिसमें वामपंथी नेता डी राजा की बेटी अपराजिता भी शामिल है।
जानकारी हो कि इससे पहले गिलानी को वर्ष 2001 में संसद हमला मामले में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि उस समय दिल्ली उच्च न्यायालय ने साक्ष्य के अभाव में अक्तूबर 2003 में उन्हें बरी कर दिया था। इसके बाद उच्चतम न्यायालय ने भी अगस्त 2005 में इस फैसले को बरकरार रखा था।