पाली। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में देशविरोधी नारे लगाने वालों के समर्थन में बयान देकर राहुल गांधी को अपनों की ही नाराजगी झेलनी पड रही है। राहुल की बयानबाजी से नाराज कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई रोहट छोड कर एबीवीपी की सदस्यता स्वीकार कर ली।
एबीवीपी के नगरमंत्री सुनील विश्नोई ने बताया की शनिवार को उम्मेद सिंह चोटिला (एनएसयूआई मीडिया प्रभारी रोहट ),गोविन्द पटेल बीठू (चुनाव प्रभारी), मनीष वैष्णव रोहट सहित 25 नए कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी पर देशद्रहियों के पक्ष में बयानबाजी का आरोप लगाते हुए एनएसयूआई से किनारा कर लिया। इन कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रवादी संगठन एबीवीपी की सदस्या ग्रहण की।
एबीवीपी ज्यावइन करने वाले सदस्यों ने कहा कि किसी भी संग़ठन के कार्यकर्ता होने से पहले वे एक देशभक्त हैं तथा देशविरोधी मानसिकता वाले किसी भी संगठन व उनकी विचारधारा से समझौता कतई स्वीकार नहीं है।
इस मौके पर संग़ठन मंत्री उपमन्यु सिंह ने सभी को एबीवीपी के दुपट्टे पहनाकर उनका स्वागत किया साथ ही कहा कि आज देश का प्रत्येक युवा विद्यार्थी परिषद् की विचारधारा को स्वीकार कर रहा हे इसी कारण परिषद् विश्व का सबसे बड़ा संगठन होने के साथ ही अपने राष्ट्रीय पुनःनिर्माण के व्यापक लक्ष्य में निरन्तर लगा हुआ है।
ज्ञात रहे कुछ दिन पूर्व एनएसयूआई पाली के जिला सचिव सहित 50 कार्यकर्ताओं ने एबीवीपी की सदस्यता स्वीकार की थी।