नई दिल्ली। जेएनयू में 9 फरवरी को देशविरोधी नारे लगाने की जांच कर रही विशेष कमेटी ने उमर खालिद और अनिर्बान को भी दोषी पाया है।
कमेटी ने कथित रूप से राष्ट्रविरोधी नारेबाजी वाले पिछले महीने के एक विवादित कार्यक्रम में कथित भूमिका को लेकर कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और दो अन्य छात्रों को निकालने की सिफारिश की है।
हालांकि सूत्रों ने कहा कि समिति की सिफारिश पर फैसला सुझावों पर पूरी जांच के बाद कुलपति एम जगदीश कुमार और मुख्य प्रॉक्टर ए डिमरी द्वारा किया जाएगा।
कमेटी ने कुछ ओर छात्रों को भी विश्वविद्यालय के कायदे कानून तोड़ने का दोषी माना है। इन छात्रों को पहले नोटिस जारी किया जाएगा और फिर इन पर कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों की मानें तो खालिद और अनिर्बान को जेल में ही नोटिस भेजा जाएगा।
जेएनयू की उच्चस्तरीय कमेटी 9 फरवरी के बाद से ही छात्रों के खिलाफ जांच कर रही थी और कमेटी ने जांच के दौरान आरोपी छात्रों के अलावा 9 फरवरी को मौके पर मौजूद कई चश्मदीदों के बयान लिए।
इसके अलावा अलग-अलग लोगों से वीडियो फुटेज भी लिया गया। कमेटी की रिपोर्ट अब तक सामने नहीं आई है। ये रिपोर्ट जेएनयू के वाईस चांसलर ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय भी भेज दी है।