नई दिल्ली। जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी और कैंपस में भारी पुलिस बल की तैनाती के खिलाफ छात्रों व शिक्षकों ने सोमवार को हड़ताल बुलाई है।
उधर, दिल्ली पुलिस ने मामले को स्पेशल सेल को सौंपने की सिफारिश की है। इस बीच छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की तीन दिन की पुलिस रिमांड की मियाद आज खत्म हो रही है। आज उसे दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा।
रविवार को भी वामपंथी छात्र संगठनों और शिक्षक संघ ने मानव शृंखला बनाकर अपना विरोध जताया। इस बीच देश विरोधी नारेबाजी करने वाले पांच और छात्रों की तलाश जारी है।
जेएनयू के शिक्षकों ने भी पुलिसिया कार्रवाई का विरोध करते हुए इसे संस्थान की स्वायत्तता का हनन बताया और कहा कि हालात इमरजेंसी की याद दिला रहे हैं। हालांकि जेएनयू में देशद्रोह के नारे लगाने के आरोप पर विश्वविद्यालय का स्टाफ बंटा हुआ दिख रहा है। जहां कुछ शिक्षक पुलिस कार्रवाई के समर्थन में हैं वहीं कई इस कार्रवाई की कड़ी निंदा कर रहे हैं।
जेएनयू के कई शिक्षकों का मानना है कि पिछले कुछ समय से जानबूझ कर विश्वविद्यालय को देश विरोधी दिखाने की साज़िश हो रही है।
उधर, मामले की जांच में लगी जेएनयू की विशेष जांच कमेटी ने पूरी घटना की वीडियो फुटेज के आधार पर कई चश्मदीदों के बयान लिए हैं। आठ छात्रों को कमेटी के सामने पेश होने के लिए नोटिस जारी किया गया है। जांच पूरी होने तक ये छात्र क्लास अटेंड नहीं कर पाएंगे।
कमेटी को 22 फरवरी तक अपनी रिपोर्ट वाइस चांसलर को सौंपनी है। मामले की जांच कर रही स्थानीय पुलिस ने इस केस को आतंकी मामलों की जानकार एजेंसी को सौंपने का आग्रह किया है।