पुणे। जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने पुणे के एक छात्र समूह की ओर से शहर में आयोजित एक परिचर्चा में हिस्सा लेने के लिए भेजा गया आमंत्रण सोमवार को स्वीकार कर लिया। कन्हैया ने छात्रों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की और आरएसएस एवं इसके सहयोगी संगठनों को ‘संविधान विरोधी’ करार दिया।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन और अन्य संगठनों की ओर से यहां आयोजित एक संवाददाता समेलन में फोन पर पत्रकारों से बातचीत मेें कन्हैया ने राणाडे संस्थान पुणे विश्वविद्यालय का पत्रकारिता संस्थान, फर्ग्यूसन कॉलेज और भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान एफटीआईआई के छात्रों को भरोसा दिलाया कि वह ऐसे किसी भी शहर में जाएंगे जहां छात्रों के अधिकारों को दबाया जा रहा है और उनके साथ खड़े होंगे।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पुणे में लड़ाई लड़ रहे छात्र समुदाय के प्रति मैं अपनी एकजुटता एवं समर्थन प्रकट करता हूं। उन्होंने कहा कि देश में बहुत ही गंभीर हालात हैं क्योंकि सरकार छात्रों के अधिकारों एवं आजादी को छीनने की कोशिश कर रही है ।
कन्हैया ने कहा कि हमें आरएसएस, एबीवीपी और भारतीय जनता युवा मोर्चा भाजयुमो जैसी ताकतों के खिलाफ एकजुट होना है ताकि लोकतांत्रिक मूल्यों एवं संविधान की रक्षा हो सके। एबीवीपी, भाजयुमो और आरएसएस के कुछ तबके संविधान विरोधी हैं और न्याय व्यवस्था के खिलाफ हैं। वे भारत में छात्रों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं।