जोधपुर। अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा से यौन उत्पीडऩ के आरोपी आसाराम को एक बार झटका लगा है। जिला एवं सेशन न्यायालय (जोधपुर जिला) ने उनकी ओर से लगाई गई जमानत याचिका को खारिज कर दिया है।
इस फैसले से आसाराम और उनके समर्थकों में मायूसी और निराशा छा गई। बता दे कि इस बार उनकी जमानत याचिका पर भाजपा के वरिष्ठ नेता व एडवोकेट डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने पैरवी की थी।
करीब डेढ़ साल से जोधपुर जेल में बंद आसाराम को जमानत पर रिहा होने की सारी उम्मीदों पर शनिवार को पानी फिर गया। जिला एवं सेशन न्यायालय (जोधपुर जिला) के न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास ने आसाराम की जमानत याचिका को खारिज कर दिया।
इस याचिका पर शुक्रवार को डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने करीब 35 मिनट तक बहस की थी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की ओर से पारित विधियों की व्याख्या करते हुए आसाराम की जमानत मंजूर करने की वकालत की थी वहीं सरकारी वकील और पीडि़त पक्ष के वकील पीसी सोलंकी ने जमानत का पुरजोर विरोध किया था।
उनका कहना था कि आसाराम को जमानत दिए जाने पर गवाहों को प्रभावित किए जाने की आशंका है। आसाराम के खिलाफ आरोप गंभीर हैं। ऐसे में उनको जमानत नहीं दी सकती। सुनवाई के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रखने का आदेश दिया।
शनिवार को अदालत ने अपना फैसला सुनाते हुए जमानत देने से इनकार कर दिया। अगली सुनवाई 29 को- मामले में आज भी गवाह उपनिरीक्षक मुक्ता पारीक से जिरह अधूरी रही। इस जिरह को पूरा करने के लिए अगली सुनवाई की तारीख 29 जून मुकर्रर की गई है।
मामले में गवाह सुधा बहन की भी इसी दिन गवाही होने की संभावना है। सुधा बहन को पिछले सात माह में कई बार समन भेजा जा चुका है लेकिन वह नहीं आई।
यह कहा आसाराम ने
आसाराम ने जमानत को लेकर कोर्ट परिसर में कहा कि जो होगा अच्छा होगा। इससे पहले उन्होंने कोर्ट में प्रवेश करने के दौरान उम्मीद जताई थी कि मुझे आज जमानत मिलने की पूरी उम्मीद है।
आसाराम ने कहा कि विदेशी ताकतें हिन्दू संस्कृति को समाप्त करने की साजिश रच रही है। ये ताकतें पहले रोम, यूनान व मिस्र की सभ्यता व संस्कृति को समाप्त कर चुकी है। अब हिन्दू संस्कृति की बारी है।
समर्थकों को खदेड़ा
जमानत याचिका पर फैसला आने की उम्मीद में आसाराम के समर्थक बड़ी संख्या में कोर्ट के बाहर जम गए थे। सुबह आसाराम को कोर्ट लाए जाने के दौरान समर्थकों ने उनके वाहन के साथ कोर्ट में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। आज समर्थकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रख कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई थी।