जोधपुर। जोधपुर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में मंगलवार को भाजपा व कांग्रेस पार्षदों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर महापौर घनश्याम ओझा को घेर लिया।
पिछले दिनों जोधपुर में आई तेज बारिश के बाद बिगड़े हालात, गौशाला में हजारों गायों की मौत और अन्य विकास कार्यों को लेकर पक्ष-विपक्ष के पार्षदों ने जोरदार हंगामा किया। इस दौरान दोनों पक्षों के पार्षदों के बीच तीखी बहस भी हुई।
नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में जैसे ही महापौर घनश्याम ओझा ने अभिभाषण पढऩा शुरू किया, भाजपा के पार्षदों ने पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश से बिगड़े हालातों का मुद्दा छेड़ दिया।
बारिश के पानी की निकासी, साफ-सफाई आदि को लेकर उन्होंने महापौर को घेर लिया। इस मुद्दे पर जब कांग्रेसी पार्षद बोलने लगे तो उनकी भाजपा पार्षदों से बहस हो गई।
भाजपा पार्षदों को कहना था कि उनकी सरकार को निगम बोर्ड में आए दो साल ही हुए है। इससे पहले करीब पंद्रह साल तक कांग्रेस का बोर्ड था। कांग्रेस ने पंद्रह सालों के भीतर बारिश के पानी की निकासी के लिए ठोस कदम क्यों नहीं उठाए।
इसके बाद पार्षदों ने गौशाला में 1662 गायों के गायब व मौतें होने, पार्षदों को विकास कार्य के लिए दिए जाने वाले अस्सी-अस्सी लाख रुपए देने, संविदा कर्मियों के घोटाले, विकास के नाम पर खोखले दावे करने आदि को लेकर भी हंगामा किया।
इन मुद्दों को लेकर दोनों पक्षों के पार्षदों ने आरोप-प्रत्यारोप लगाए। निर्दलीय पार्षद चैनसिंह ने सुल्तान नगर के गंदे नाले के मुद्दे को उठाया। हंगामे के बीच कांग्रेसी पार्षदों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।