जोधपुर। शहर के एक बालक की अपने दोस्तों के बीच शेखी बघारना पुलिस व खुफिया ब्यूरो के लिए परेशानी का सबब बन गया।
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड निवासी दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने अपने दोस्तों से कहा कि उसके पापा के पास बहुत रुपए है और घर में आठ से दस करोड़ रुपए पड़े है। दोस्तों से यह बात आगे फैल गई।
वहीं दो छात्रों का इतनी बड़ी रकम की बात सुन मन डोल गया और उन्होंने लूट की योजना भी बना ली। ये लूट की वारदात को अंजाम देते उससे पहले खुफिया ब्यूरो को इसकी भनक लग गई। इसके बाद पुलिस के सहयोग से उक्त मकान पर छापा मार तलाशी ली गई, लेकिन तलाशी में पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा।
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के सेक्टर पंद्रह में रहने वाले एक छात्र ने अपने दोस्तों के साथ बातचीत में कहा कि उसके घर में आठ से दस करोड़ रुपए हमेशा पड़े रहते है। उसके पापा बहुत पैसे वाले है।
दोस्तों ने यह बात अपने अन्य दोस्तों को सुनाई। इस पर रातानाडा क्षेत्र में रहने वाले दो छात्रों ने इस मकान में धावा बोल पूरी राशि लूटने की योजना तैयार कर ली।
वारदात को अंजाम देने को दोनों ने पंद्रह सेक्टर स्थित उक्त मकान की रैकी भी कर ली। वे अपनी वारदात को अंजाम देते उससे पहले इस पूरे वाकये से वाकिफ एक छात्र ने खुफिया ब्यूरो को इसकी जानकारी दे दी।
उसकी सूचना पर ब्यूरो ने पुलिस के सहयोग से मंगलवार सुबह जल्दी लूट की योजना बनाने वाले दोनों छात्रों को घर से उठा कर पूछताछ की। इसके बाद सेक्टर पंद्रह में छापा मार मकान की तलाशी ली लेकिन उक्त मकान में पुलिस को आठ-दस करोड़ के स्थान पर आठ-दस लाख रुपए तक नहीं मिले।
पुलिस का कहना है कि मशक्कत अवश्य हुई, लेकिन समय रहते इन छात्रों को नहीं पकड़ा जाता तो वे लूट के इरादे से उक्त मकान पर पहुंच जाते। हो सकता है कि लूट के प्रयास में कोई घायल भी हो जाता। ऐसे में मशक्कत बेकार नहीं गई। यह हमारी सजगता का उदाहरण है।
इनका कहना है:
मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है, पता करवाता हूं, क्या बात है। कंफर्म कर बताता हूं।
दुर्ग सिंह राजपुरोहित, एसीपी प्रतापनगर।