मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने जॉनसन एंड जॉनसन समेत 14 टेल्कम पाउडर ब्रांड्स के नमूने एकत्रित करके जांच के लिए भेजे हैं। राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गिरीश बापट ने विधानसभा में यह जानकारी दी है।
गौरतलब है कि विधानसभा में विपक्षी विधायकों ने सरकार से यह जानना चाहा कि जॉनसन एंड जॉनसन कं पनी के विरोध में खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) क्या कार्रवाई की गई है?
क्योंकि कुछ समय पूर्व अमेरिका के मिसौरी कोर्ट ने जॉनसन एंड जॉनसन को गर्भाशय कैंसर से एक महिला की मौत के बाद उसके संबंधियों को मुआवजा देने का आदेश दिया था।
इसका जवाब देते हुए खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गिरीश बापट ने कहाकि अमेरिका के मिसौरी कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के बाद मार्च में एफडीए ने जॉनसन एंड जॉनसन समेत 14 टेल्कम पाउडर ब्रांड्स के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे थे, ताकि इस बात की पुष्टि की जा सके कि वे गुणवत्ता मानकों पर खरे उतरते हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी एफडीए ने दो बार जॉनसन एंड जॉनसन के खिलाफ कार्रवाई की है। 2005 में एफडीए ने कंपनी को एक नोटिस भी भेजा था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वह बिना आवश्यक मंजूरी के नौ उत्पादों को सिर्फ शिशुओं (बेबी) के लिए बताकर बेच रही है। एफडीए ने तब कंपनी से इन उत्पादों पर से बेबी शब्द हटाने के लिए कहा था।