जोधपुर। आसाराम मामले की सुनवाई करने वाले जज की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अब जज के घर जाने तक दो थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ कोर्ट के बाहर तैनात रहते हैं। कोर्ट के बाहर गवाह पर हमले के चलते पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव किया है।
जोधपुर के सेशन कोर्ट डिस्ट्रिक्ट में आसाराम के मामले की सुनवाई के दौरान सुरक्षा प्रबंध पहले से भी कडे हो गए हैं। महानगर के दो थानों के प्रभारी पुलिस और आरएसी बल के साथ कोर्ट के बाहर तैनात रहते हैं। मामले की सुनवाई पूरी होने और आसाराम को पुलिसे के वाहन में जेल भेजे जाने के बाद कोर्ट के बाहर तैनात रहने वाले पुलिसकर्मी पहले की तरह वहां से हटते नहीं हैं।
दोनों थाना प्रभारी अपने दल के साथ तब तक कोर्ट के बाहर तैनात रहते हैं जब तक सेशन जज कोर्ट से घर नहीं चले जाएं। इसके बाद ही पुलिस बल वहां हटता है।
गौरतलब है कि 13 फरवरी को कोर्ट से बाहर निकले गवाह राहुल सचान पर आसाराम के एक अंधभक्त ने हमला कर उसे जान से मारने का प्रयास किया था। इससे पहले ऐसे ही एक अंधभक्त ने सेशन जज पर चप्पल और पानी की बोतल फेंकने का प्रयास किया था।
पुलिस उप निरीक्षक का बयान हुआ- कोर्ट में शनिवार को मामले की सुनवाई हुई जिसमें पुलिस उप निरीक्षक सत्यप्रकाश का बयान और जिरह हुई। सत्यप्रकाश आसाराम की गिरफ्तारी की टीम में शामिल थे। उन्होंने आसाराम की गिरफ्तारी की फर्द बनाई थी। इसके बाद मौका मुआयना में भी वे शामिल रहे थे।