नई दिल्ली। आगस्ता वेस्टलैंड विवाद पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि अंजान लोगों को रिश्वत नहीं दी जाती जो निर्णय को प्रभावित कर सकते हैं उन्हें ही रिश्वत दी जाती है।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस के इस दावे को कल्पना की उपज करार दिया कि भ्रष्टाचार में लिप्त इटली की हथियार निर्माता कंपनी को उसने ब्लेकलिस्ट कर दिया था।
उन्होंने कहा कि किसी कंपनी को ब्लेकलिस्ट तब किया जाता है जब उसका दोष साबित हो। सत्ता से बाहर होने के डर से संप्रग सरकार के रक्षामंत्री ने केवल कंपनी से किये गये सौदों पर रोक लगाई थी।
3600 करोड़ रुपए के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में कथित अनियमितताओं के चलते सत्तारुढ़ पार्टी भाजपा और विपक्षी पार्टी कांग्रेस आमने-सामने है।
तिरुवंतपुरम में उन्होंने कहा कि बात इस बात पर आकर रूकती है कि निर्णय किसने लिया था और निर्णय के पीछे रिश्वत थी। मामले में रिश्वत ली गई इसको लेकर कोई प्रश्न नही है।
अगस्ता वेस्टलैंड मामले में स्थिति को पुन: स्पष्ट करते हुये उन्होंने कहा कि हेलिकॉप्टर खरीद में लेन-देन हुआ है जिसमें रिश्वत देने वाले पर दोष साबित हुआ है। हम तो रिश्वत लेने वाले की पहचान करने में जुटे हैं।