चेन्नई। कोर्ट की अवमानना मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा छह महीने जेल की सजा पाए कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश सी.एस.कर्णन आखिर गए कहां, यह बुधवार को पहेली बनी रही। पश्चिम बंगाल पुलिस बुधवार को चेन्नई पहुंची।
चेन्नई में कुछ सूत्रों ने कहा कि वह राज्य के गेस्ट हाउस से आंध्र प्रदेश के श्रीकालाहस्ती स्थित शिव मंदिर के लिए निकले हैं।
लेकिन, यहां से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मंदिर के एक अधिकारी ने कहा कि न्यायाधीश का कोई अता-पता नहीं है।
अधिकारी ने कहा कि वह न तो कल और न ही आज यहां पहुंचे हैं। हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं कि वह कल मंदिर पहुंचेंगे या नहीं।
मंदिर के एक अन्य अधिकारी ने इससे पहले कहा था कि न्यायाधीश कर्णन बुधवार शाम तक श्रीकालहस्ती पहुंचकर गुरुवार सुबह मंदिर में दर्शन करने वाले हैं।
कोलकाता के अपने घर से निकलने के बाद न्यायाधीश कर्णन मंगलवार को चेन्नई गेस्ट हाउस पहुंचे। जस्टिस ने अभी आधिकारिक तौर पर कमरा नहीं छोड़ा है और उनका बिल अभी बकाया है।
अधिकारियों ने बताया कि कर्णन के साथ आए दो अन्य वकीलों से भी गेस्ट हाउस में उनके कमरे खाली करने को कहा गया है।
सर्वोच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक को तत्काल न्यायाधीश कर्णन की गिरफ्तारी के आदेश पर अमल करने के लिए एक टीम गठित करने का आदेश दिया है।
सर्वोच्च न्यायालय ने मीडिया पर भी न्यायाधीश कर्णन की किसी भी टिप्पणी को प्रकाशित करने पर रोक लगा दी है।
उन्हें भारत के प्रधान न्यायाधीश समेत शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीशों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के मामले में अवमानना का दोषी ठहराया गया है।