करौली। प्रसिद्ध कैलादेवी मेला शनिवार 25 मार्च को विधिवत रूप से प्रारम्भ हो गया है। कैला माता के लक्खी मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की पूरी व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा कर ली गई है।
कैला देवी मेले के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं का आना 7 दिन पूर्व से ही प्रारम्भ हो गया है और शनिवार को भी भारी संख्या में श्रद्धालू कैला माता के दरबार में उपस्थित हो रहें हैं। श्रद्धालू गाते बजाते पैदल चल रहे हैं। यात्री उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के विभिन्न जिलों से भारी संख्या में आ रहे हैं।
कैलादेवी मेला मजिस्ट्रेट एवं उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र कुमार गोयल ने बताया कि मेले के दौरान हिण्डौन से आने वाले पदयात्राओं के लिए छोटा पाचना के पुराने क्षतिग्रस्त पुल के आस पास बैरीकेटिंग कराई गई है। तथा पाचना पुल से पाचना पुल होकर करौली आने वाले रास्ते को दुरुस्त करा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि आने वाले पदयात्रियों के लिए करौली से कैलादेवी तक विभिन्न स्थानों पर प्याऊ एवं भोजन के लिए भामाशाहों द्वारा भण्डारे की व्यवस्था की गई है। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के लिए कैलादेवी मेला परिसर में 70 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है और लगभग 1400 से अधिक पुलिस कर्मी नियुक्त किए गए है।
उन्होंने बताया कि मेला परिसर में कई स्थानों पर वाच टावर भी लगाये है तथा जिले में 17 अस्थाई चौकी बनाई गई है। मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बडी धर्मशाला में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
मेला मजिस्ट्रेट ने बताया कि मेला परिसर में श्रद्धालुओं के आवागमन में अतिक्रमण के कारण होने वाली कठिनाईयों को देखते हुए अतिक्रमण निरोधी दस्ते का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि कैला देवी मन्दिर ट्रस्ट द्वारा मेला परिसर की नियमित रूप से सफाई व्यवस्था की गई है।