नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का प्रशस्ति पत्र आखिरकर एक महीने बाद संगम विहार के जंगलों से पुलिस ने बरामद कर लिया। चोरों ने कूड़ा-कबाड़ा समझकर प्रशस्ति पत्र जंगलों में फेंक दिया था।
पुलिस अधिकारी के अनुसार कैलाश सत्यार्थी अपने परिवार के साथ अरावली अपार्टमेंट में रहते हैं। सात फरवरी को चोरों ने उनके घर में सेंधमारी कर नोबेल प्रशस्ति पत्र समेत अन्य सामान चोरी कर ले गए थे।
उस वक्त कैलाश सत्यार्थी अपने परिवार के साथ एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अमेरिका गए हुए थे। अगले दिन उनके बेटे ने चोरी का मामला दर्ज कराया था।
पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मेडल समेत अन्य सामान तो बरामद कर लिया था। लेकिन प्रशस्ति पत्र बरामद नहीं हुआ था। इस दौरान कालकाजी पुलिस उस प्रशस्ति पत्र को खोजती रही।
आरोपियों को भी इस प्रशस्ति पत्र के महत्व के बारे में कुछ जानकारी नहीं थी। इसलिए उन्हें भी ठीक से याद नहीं था कि उन्होंने कहां पर इसे फेंक रखा है।
करीब एक महीने बाद पुलिस ने शुक्रवार को संगम विहार के जंगलों से इस प्रशस्ति पत्र को खोज निकाला। पत्र बुरी हालत में एक बैग में था।