मुंबई। बॉलीवुड में अपने संजीदा अभिनय के लिए मशहूर कंगना रनौत का कहना है कि वह स्क्रिप्ट की परवाह नहीं करती है बल्कि फिल्म साइन करने से पहले यह देखती हैं कि उन्हें किन लोगों के साथ काम करना है।
कंगना ने हाल ही में न्यूयार्क की फिल्म एकेडमी से स्क्र ीनप्ले राइटिंग का कोर्स पूरा किया है। कंगना ने कहा कि हां, मैंने यह कोर्स यह ध्यान में रखते हुए किया है कि जब मैं निर्देशन करूं तो बजाए चिल्लाकर निर्देश देने के मैं फिल्म से जुड़े टेक्नीशियन से तालमेल बिठा सकूं।
कंगना ने कहा कि साल 2011 में उन्होंने एक नौ मिनट की अवधि की एक शार्ट फिल्म का निर्देशन किया था। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने हिन्दी फिल्मों मे कदम रखा तो उस समय उनकी उम्र महज 17 साल थी।
उन्होंने अपने करियर में बहुत सारी गलतियां की है। इसलिए उनका मानना है कि अब वे स्क्रिप्ट को ध्यान में रखकर फिल्में साइन नहीं क रतीं है बल्कि उस फिल्म में उनके साथ कौन लोग हैं उनके लिए यह ज्यादा महत्वपूर्ण है।
कंगना ने कहा कि क्वीन की सफलता के बाद उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई है लेकिन वह सोच समझकर ही फिल्में साइन करना चाहती हैं। कंगना ने कहा कि वह निखिल आडवाणी, सुजॉय घोष और आनंद एल रॉय के साथ काम करना चाहती है।