कानपुर। कानपुर में बिल्डिंग गिरने के मामले में सपा नेता महताब आलम और उसके ठेकेदार के खिलाफ कैकेरी थाने में गैरइरादतन हत्या की एफआईआर दर्ज की गई। वहीं, इस हादसे में मरने वालों की संख्या नौ हो गई है।
बुधवार शाम हुए जाजमऊ इलाके की निर्माणधीन छह मंजिला व्यवसायिक भवन की छत गिरने के बाद रात भर भी राहत एवं बचाव कार्य जारी रहा। सेना और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर जुटी हुई हैं। मृतकों का आंकडा बढकर नौ हो गया है, तथा मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी है। 50 से अधिक लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
कानपुर हादसे के लिए सपा सरकार जिम्मेदार : भाजपा
कानपुर में हुए हादसे के लिए बीजेपी ने सपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी त्रिपाठी ने मृत श्रमिकों के प्रति शोक संवदेना व्यक्त करते हुए कहा कि यह हृदय विदारक घटना कई गम्भीर प्रश्न खडे़ करती है।
रिहायसी इलाके में सपा नेता मेहताब आलम की इस व्यवसायिक बिल्डिग का निर्माण नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा था। इस घटना की पूरी जिम्मेदारी सपा सरकार की है और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस घटना की जिम्मेदारी से अपना मुंह नहीं मोड सकते।
प्रदेश प्रवक्ता का आरोप है कि सपा नेता सत्ता के रसूख के दम पर केवल जमीनों पर कब्जा ही नहीं बल्कि अवैध निर्माण भी करते रहे हैं। उत्तर प्रदेश के अखिलेश शासन में यह घटना माफिया एवं भ्रष्ट तंत्र की साठ-गांठ का साक्षात प्रमाण है, कानपुर विकास प्रधिकरण की चुप्पी भी सवालों के घेरे में है।
सपा शासनकाल में गरीबों की जान से इसी तरह खिलवाड़ किया जाता रहा है। भाजपा इस घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग करती है। उन्होंने घटना में मृतकों के परिजनों और घायलों को उचित मुआवजा व समुचित इलाज दिये जाने की भी मांग भी उठाई ।