कानपुर। पापा-मम्मी, भईया सॉरी, मैं अब अपने प्राण देने जा रही हूं। किसी सदस्य की इसमें कोई गलती नहीं है। मैं किसी पर बोझ नहीं बनना चाहती हूं। मेरी मम्मी संसार की सबसे अच्छी मां है।
मुझे मालूम है कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई में बहुत पैसा खर्च होता है अगर मैं पास नहीं हो पायी तो मुंह दिखाने लायक नहीं रह पाऊंगी। इसीलिए मैं जान देने जा रही हूं सॉरी। यह बात सुसाइड नोट लिखकर अपने रूम में रखकर आईआईटी की छात्रा लापता हो गई।
सुबह रूम पार्टनर ने जब सोसाइड नोट देखा तो इसकी सूचना छात्रा के परिजनों और पुलिस को दी। मामले की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की। वहीं छात्रा के परिजनों ने हॉस्टल में संचालक पर आपहरण का आरोप लगा थाने में न्याय की गुहार लगाई है।
उन्नाव के कृष्णानगर निवासी वीरेन्द्र कुमार कन्नौज में पंचायती राज विभाग में बाबू पद पर तैनात है। इनकी बेटी अंजली द्विवेदी जून 2016 में काकादेव स्थित कोचिंग मंडी पास डा अहूजा के हॉस्टल में आयुषी, पूनम के सहेली साथ रहकर पढ़ाई करती थी।
रूम पार्टनर आयुषी ने बताया कि देर शाम वह गहरी नींद में सो गई थी थोड़ी देर बाद उसकी नींद खुली अंजली लापता थी। आवाज लगाने पर बगल के रूम में गये तो अंजली द्वारा लिखा हुआ सुसाइड नोट मिला। जिसके बाद उसने मामले की जानकारी पुलिस को दी।
वहीं मामले में मौके पर पहुंचे परिजनों ने होस्टल संचालक पर अपहरण का आरोप लगा थाने में तहरीर दी है। उनका आरोप है कि संचालक ने 80 हजार रूपये लेकर बेटी का अपहरण कराया है। कल्याणपुर इंस्पेक्टर देवेन्द्र सिंह विक्रम ने बताया कि रूम मिले सुसाइड नोट से छात्रा की के अपहरण की आशंका नहीं जताई जा रही है।
फिलहाल मामले में रूम के पार्टनरों ने भी यही बताई है। हॉस्टल के वार्डेन से मामले में पूछताछ की जा रही है। छात्रा के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिया गया है। लोकेशन आने के बाद ही कुछ आगे की कार्यवाही की जाएगी।