कानपुर। गोविन्दनगर स्टेशन पर मिली महिला की हत्यारों को जीआरपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अभियुक्तों ने आपसी विवाद की बात बताई है। लेकिन सूत्रा की माने तो अभियुक्त महिला के साथ गैंगरेप करना चाहते थे। जिसका विरोध करने पर महिला की गला घोटकर निर्मम हत्या कर दी गई।
मूलरुप से बांदा जिला के महुआ गांव में रहने वाले दिलीप शुक्ला की पत्नी अंजली का शव बीते बुधवार की सुबह गोविन्दनगर स्टेशन प्लेटफार्म नंबर दो पर मिला था। यात्रियों ने टैªक पर महिला के शव को देखकर दहशत में आ गए और घटना की जानकारी जीआरपी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही जीआरपी पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और मामले को जांच के लिए फारेंसिक टीम को बुलाया।
टीम ने साक्ष्य जुटाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के पूछतांछ पर टीम ने बताया कि महिला की मौत 15 घंटे पहले हो चुकी है और उन्होंने एक नंबर भी दिया। नंबर के आधार पर जीआरपी पुलिस ने नौबस्ता में रहने वाले अजय गुप्ता को हिरासत में ले लिया।
पुलिस तफ्तीश में अजय ने शिवपूजन का नंबर दिया और बांदा जाने के लिए कह दिया। जीआरपी पुलिस की एक टीम बांदा के लिए रवाना हो गई और शुक्रवार की दोपहर दबिश देकर शिवपूजन व उसके साथी सुरेश यादव, हरीलाल को महुआ गांव से गिरफ्तार कर शहर ले आई। जीआरपी सीओ शेषनाथ यादव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों से पूछतांछ की। अभियुक्त शिवपूजन ने बताया कि मृतका अंजली से वह कई सालों से प्रेम करता था। लेकिन प्रेमिका के परिजनों ने उसकी शादी गांव में ही दीलिप शुक्ला से कर दी। लेकिन वह शादी से खुश नहीं थी। जिसके चलते वह 22 जनवरी को उसके साथ भार्ग आइं। दोनों नौबस्ता में किराए का मकान लेकर रहने लगे।
दो दिन बाद गांव में ही रहने वाले शिवपूजन के मामा हरीलाल,सुरेश भी आ गए। घर में रह रहे दोनों मामा अंजली पर गलत नजर रखते थे। मौका पाकर उसके साथ अश्लील हरकतें करते थे। जिसकी जानकारी शिवपूजन को लग गई और वह अपनी प्रेमिका के साथ मारपीट करने लगा।
विवाद की जानकारी मिलते मकान मालिक महेश ने दोनों को घर से निकाल दिया। इस पर पीड़िता अंजली ने प्रेमी व उसके मामा की करतूतों की शिकायत पुलिस से करने चाही। जिस पर प्रेमी ने अपने मामा के साथ मिलकर प्रेमिका का गला घोटकर मौत के घाट उतार दिया और शव को रेलवे टैªक पर फेक दिया।