कानपुर। बाबूपुरवा थानाक्षेत्र कॉलोनी निवासी सपा नेत्री की हत्या का खुलासा मंगलवार को पुलिस ने कर दिया। एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि संपत्ति को लेकर दामाद ने अपनी सास की निर्मम हत्या की थी। इस हत्याकांड में तीन अन्य लोग शामिल थे। जिनमें पुलिस ने दो को अरेस्ट कर लिया है, वहीं एक आरोपी अभी भी फरार है।
चार जनवरी को बाबूपुरवा कॉलोनी निवासी सपा नेत्री राधा देवी की धारदार हथियार से गला रेंतकर हत्या कर दी गई थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने पड़ोस के रहने वाले सगे भाई अखिलेश, संदीप और सपा नेता बंटी यादव समेत पांच लोगों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस ने अखिलेश और संदीप को जेल भेज चुकी है।
पुलिस ने दोनों भाइयों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की, लेकिन पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस ने शक के आधार पर मृतका के दामाद अनवर मंसूर को हिरासत में लेकर कड़ाई के साथ पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई उगल दी।
एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि दामाद ने अपना जुर्म कबूल करने के साथ इस हत्याकांड में शामिल तीन अन्य आरोपियों के नाम उगल दिए। पुलिस ने आरोपी के बताए ठिकाने से बेगमपुरवा निवासी शहजादे और सलीम को धर दबोचा, जबकि नफीस भागने में कामयाब रहा।
संपत्ति में नहीं दे रही थी हिस्सा पुलिस की पूछताछ में मांत्रसूर अली ने बताया कि सास अपनी संपत्ति में मुझे हिस्सा नहीं दे रही थी। इतनी ही नहीं उसने मुझे घर से बाहर निकाल दिया था। जबकि पांच दामाद उनके साथ ही रहते थे। दो जनवरी को मुझे 20 हजार रूपए की आवश्यकता थी। मैने सास से पैसे मांगे तो उन्होंने देने से इंकार कर दिया।
साथ ही मेरी बेज्जती कर घर से भगा दिया और उसी दिन मैने अपनी सास को जान से मारने की ठान ली। साथियों संग वारदात को दिया अंजाम मंसूर ने बताया कि उसने तीन दोस्तों को पैसे का लालच देकर सास को मारने के लिए राजी कर लिया। जब घर के सभी सदस्य घूमने के लिए निकल गए तो चार जनवरी की दोपहर चारों लोग दरबाजा तोड़कर अंदर आए।
मैने सास पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने हत्या में उपयोग की गई चाकू भी बरामद कर लिया है। सभी आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज कर फरार आरोपी को अरेस्ट करने के लिए दबिश दे रही है।