कानपुर। ज्यूडीशियल जज प्रतिभा गौतम की हत्या उसके पति ने ही की थी। एसएसपी ने महिला जज की मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठा दिया है। पति ने अबार्शन कराने से मना करने पर उसे मौत के घाट उतार दिया और शव को फांसी पर लटकाया था।
एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि ज्यूडीशियल जज प्रतिभा गौतम के शव का देर रात पैनल द्वारा हुए पोस्टमार्टम ने हैरान कर दिया। शरीर पर 16 से अधिक चोट सहित उसके गर्भवती होने की जानकारी हुई।
यही नहीं रिपोर्ट में साफ हुआ कि मारपीट के बाद उसकी गला दबाकर हत्या की गई और फिर घटना को आत्महत्या दिखाए जाने के मकसद से शव को फांसी के फंदे पर लगा दिया गया।
रिपोर्ट आने के बाद एसएसपी ने खुद घटना की गंभीरता को देखते हुए बारीकी से छानबीन की और देर रात ही पति मनु अभिषेक के कॉल डिटेल सहित उसके मैसेज बाक्स को खंगाला गया।
व्हाट्सएप मैसेज में पति ने ज्यूडीशियल जज पत्नी को अबार्शन कराए जाने की बात लिखी गई लेकिन एक जज होने के साथ-साथ मां बनने की खुशी में प्रतिभा ने साफ इंकार कर दिया। वह बच्चे को जन्म देना चाहती थी, जबकि पति अभिषेक उन पर लगातार अबार्शन का दबाव बना रहा था।
एसएसपी के मुताबिक दिल्ली में पति से विवाद के बाद महिला जज कानपुर वापस लौट आईं। इसके बाद शनिवार देर रात पति अभिषेक कानपुर पहुंचा और सर्किट हाउस कालोनी में पत्नी के सरकारी आवास पर गया। जहां देर रात इसी बात को लेकर फिर कहासुनी हुई और उसने मारपीट के बाद उसकी गला कसकर हत्या कर दी।
पूरे घटनाक्रम को आत्महत्या दिखाए जाने को लेकर ही उसने दोनों हाथों की नस काटी और फिर शव को फांसी पर लटका कर फरार हो गया।
कानपुर : महिला मजिस्ट्रेट की मौत की जांच में उलझी पुलिस