कानपुर। दहेज का लालची पति अपने दोस्तों के साथ पत्नी का गला रेतकर उसे मरने के लिए कमरे में छोड़कर पूरे परिवार के साथ भाग निकला।
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे मायके पक्ष ने बेटी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। तीन साल से लगातार चल रहे इलाज के दौरान गुरुवार को विवाहिता का दम टूट गया।
विवाहिता की मौत की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार करवाया और शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
गोविन्दनगर में रहने वाले सुर्य कुमार अपनी बेटी रीनू की शादी आठ साल पूर्व त्रिवेणी नगर निवासी तरुण मिश्रा से की थी। तरुण प्राइवेट बैंक में मैनेजर पद पर कार्यरत है।
पिता ने बताया कि इकलौती बेटी के शादी में उन्होंने दामाद को दहेज में हर चीज दी थी। लेकिन दहेजलोभी अक्सर बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे।
उन्होंने बताया कि दहेज की लालच के चलते दामाद ने परमट निवासी दोस्त मनीष, हरी व सन्दीप के साथ मिलकर तीन साल पूर्व बेटी का गला रेतकर कमरे में छोड़ गया।
वहीं मौके पर पहुंचे परिजनों ने आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे। उनके मुताबिक बेटी के ठीक कराने के लिए दिल्ली से लेकर मुम्बई शहर के डाक्टरों को दिखाया।
डाक्टरों ने उसका इलाज करा और घर पर ही रहने की सलाह देकर ट्रीटमेंट करने को कहा। उपचार के दौरान ही गुरुवार की सुबह रीनू ने दम तोड़ दिया। बेटी की मौत पर घर में कोहराम मच गया।
परिजनों द्वारा मुकदमा महाराजपुर थाने में होने के चलते एसओ अखिलेश गौड़ पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर थोड़ी देर में पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेज दिया। एसओ का कहना है कि परिवार की तहरीर के आधार पर ससुरालीजनों पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।