कानपुर। श्रीनगर निवासी रमेश को व्हाट्सप मौत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया है। चौकिएं मत इस युवक ने जहरीला पदार्थ पीने के पहले नोट में कुछ ऐसे ही दर्द बयां किया है। साथ ही इसका जिम्मेदार थानाध्यक्ष व लेफ्टिनेंट कर्नल को बताया है।
मामला कुछ भी हो व्हाट्सप से आजिज होकर युवक अस्पताल में जिंदगी मौत का संघर्ष कर रहा है। चमनगंज थाना क्षेत्र के श्रीनगर इलाके में रहने वाले रमेश चन्द्र कनौजिया रविवार को जहरीला पदार्थ पी लिया। जिसके बाद परिजनों ने आनन-फानन में हैलेट में भर्ती कराया।
अस्पताल में उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया कि इलाके की लेफ्टिनेंट कर्नल दुर्गा व तत्कालीन थानाध्यक्ष रमाशंकर पाण्डेय द्वारा फर्जी फंसाने से आजिज होकर युवक ने जहरीला पदार्थ पी लिया है। युवक ने जहरीला पदार्थ पीने के पहले जो नोट लिखा है उसमें भी थानाध्यक्ष व कर्नल को दोषी ठहराया है।
यह है मामला
नोट के मुताबिक युवक ने लिखा है कि मेरी बहन का मोबाइल खो गया था। छह माह बाद चालू हुआ तो व्हाट्सप पर हाय लिखकर भेज दिया। जिसके बाद से व्हाट्सप के जरिए सूचनाओं का आदान-प्रदान होने लगा। मुझे नहीं पता था कि यह नंबर लेफ्टिीनेंट कर्नल दुर्गा का है।
कर्नल ने तत्कालीन थानाध्यक्ष रमाशंकर पाण्डेय के साथ देशद्रोह में फंसाने की धमकी दी। जिसके बाद मैं कई बार थानाध्यक्ष से गुहार लगाया कि ऐसा कोई काम नहीं किया कि मुझे देश द्रोह में जेल भेजा जाए। अब मैं ऊपर जा रहा हूं मेरा न्याय वहीं होगा।
थानाध्यक्ष का कहना
चमनगंज थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार पाण्डेय ने बताया कि मेरे संज्ञान में मामला नहीं है, मैं अभी इस थाने में नया आया हूं। जानकारी पर मामले की जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से गुरेज नहीं होगा, भले ही वह अधिकारी हो।