नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार से बर्खास्त किए गए पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के मामले में सोमवार को लाई-डिटेक्टर टेस्ट कराने की मांग की है।
मिश्रा ने कहा कि उन्होंने जल टैंकर घोटाला मामले में शिकायत दर्ज कराने के लिए सोमवार सुबह भ्रष्टाचार रोधी शाखा (एसीबी) के अधिकारियों से मुलाकात की।
उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि हम तीनों (केजरीवाल, जैन और मिश्रा) की लाई-डिटेक्टर जांच की जाए। सब साफ हो जाएगा कि कौन झूठ बोल रहा है और कौन सच।
पूर्व जल एवं संसाधन मंत्री ने कहा कि वह इस संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से मिलकर शिकायत दर्ज कराएंगे।
इस मामले में आप के केजरीवाल के समर्थन में आने के बाद कपिल मिश्रा ने लाई डिटेक्टर कराए जाने की बात कही है।
इससे पहले पार्टी ने कहा था कि कपिल मिश्रा के आरोप निराधार हैं और मुख्यमंत्री केजरीवाल की ईमानदारी पर सवाल उठाने का कोई प्रश्न ही नहीं है।
मिश्रा ने कहा कि मैंने एसीबी अधिकारियों को सभी जानकारियां दे दी हैं। मैं उन्हें जनता के धन का दुरुपयोग और इस मामले की जांच में देरी होने के बारे में बता दिया है।
कपिल मिश्रा ने कहा कि केजरीवाल और पार्टी के दो अन्य नेता आशीष तलवार और विभव पटेल घोटाले की जांच में कदम उठाने में हो रही देरी के लिए जिम्मेदार हैं।
गौरतलब है कि 400 करोड़ रुपए के जल टैंकर घोटाले में निजी टैंकर ठेकेदारों को मनमाने तरीके से ठेका दिए जाने का आरोप है। यह घोटाल दिल्ली की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुआ था।