नई दिल्ली। जंतर—मंतर पर आम आदमी पार्टी की किसान रैली के दौरान गजेंद्र नाम के किसान की आत्महत्या के मामले को लेकर पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने माफी मांगी है। उन्होंने शुक्रवार को यहां एक बयान में कहा कि घटना के बाद भाषण जारी रखना उनकी गलती थी। उन्हें भाषण नहीं देना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि जिस पेड़ पर मृतक ने आत्महत्या का प्रयास किया था, उस जगह पार्टी के कुछ कार्यकर्ता थे। उन्होंने बार-बार कहा भी कि पेड़ पर कुछ गलत हो रहा है। घटनास्थल पर कुछ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। स्टेज से पेड़ का दृश्य नहीं दिख रहा था। स्टेज से ऐलान संभव नहीं था।
उन्होंने कहा कि उन लोगों ने यह नहीं सोचा था कि गजेन्द्र खुदकुशी कर लेगा। जब उसकी बॉडी नीचे उतरी तो लगा कि वह जिंदा है। उसके बाद आप कार्यकर्ता उसे लेकर अस्पताल गए। केजरीवाल ने कहा कि वह अपनी गलती को स्वीकार करते हैं। इस मुद्दे पर पिछले दो दिनों से देश में नाटक चल रहा है, इस घटना को लेकर काफी आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं।
मेरा यह कहना है कि इस मामले में जो भी दोषी है, उसे फांसी मिलनी चाहिए। यदि मेरी गलती है तो मुझे दोषी करार दे दीजिए। उल्लेखनीय है कि बीते बुधवार को जंतर—मंतर पर अरविंद केजरीवाल समेत उनके पार्टी के वरिष्ठ नेता वहां उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान वहां पर राजस्थान के दौसा जिले के निवासी गजेंद्र ने पेड़ पर लटकर आत्महत्या का प्रयास किया था।
दिल्ली पुलिस करेगी केजरीवाल और सिसोदिया से पूछताछ, मांगी राज्यपाल से इजाजत
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की रैली में किसान गजेन्द्र की आत्महत्या का मामला तुल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस और आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच टकराव बढऩे के बाद दिल्ली पुलिस ने उपराज्यपाल नजीब जंग से दिल्ली के मुख्ख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से पूछताछ करने की इजाजत मांगी है।
इधर नई दिल्ली जिले के उपायुक्त संजय कुमार ने भी दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर गजेन्द्र सिंह आत्महत्या मामले के दस्तावेज व साक्ष्य लेकर आज सुबह 11 बजे तक उनके सामने पेश होने को कहा था। 22 अप्रैल को भी डीएम ने ऐसी ही पत्र लिखी थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने ये कह कर मामले से जुड़े दस्तावेज व साक्ष्य साझा करने से मना कर दिया कि ये उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। वहीं आप नेता ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने किसान की मौत पर आप के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया है।