नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले डेढ़ साल में 55 लाख 85 हजार 653 रुपए केवल चाय-समोसे पर खर्च कर दिए।
बिना किसी विभाग के होते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय और निवास के ऑफिस में चाय-समोसे पर इतनी मोटी रकम खर्च कर दी गई। वैसे दिल्ली सरकार के पूरे मंत्रिमंडल का यह खर्च एक करोड़ रुपए से अधिक है।
आरटीआई के जरिए इस बात की जानकारी मिली है कि आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्रियों ने पिछले साल 19 मार्च 2015 से 07 नवम्बर 2016 के दौरान अपने दिल्ली सचिवालय स्थित कार्यालय और अपने निवास पर बने ऑफिसों में चाय-समोसे पर करीब एक करोड़ रुपए खर्च कर दिए।
इनमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बिल सबसे अधिक करीब 55.85 लाख रुपए है। इनमें मुख्यमंत्री के दिल्ली सचिवालय का बिल 27.25 लाख रुपए और उनके रेजिडेंशियल ऑफिस का बिल 28.60 लाख रुपए है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का यह बिल करीब 15.11 लाख रुपए है तो सबसे अधिक विभाग वाले मंत्री सत्येंद्र जैन का यह बिल भी करीब 13.23 लाख रुपए बैठता है। यह बिल उनके दिल्ली सचिवालय के कार्यालय और रेजिडेंशियल ऑफिस दोनों के हैं। दिल्ली सरकार के पूरे मंत्रिमंडल का चाय-पानी का खर्च 1.2 करोड़ रुपए है।
आरटीआई एक्टिविस्ट विवेक गर्ग द्वारा आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में बताया गया है कि 19 मार्च 2015 से 07 नवम्बर 2016 तक का केजरीवाल के बंगले का बिजली बिल 2,23,520 लाख रुपए और पानी बिल 1,63,099 लाख का है। वहीं उपमुख्यमंत्री के बंगले का बिजली का बिल 2,25,210 लाख रुपए रहा।