नई दिल्ली। दिल्ली में सत्तारूढ़ केजरीवाल सरकार का पिछले 3 महीने में केवल प्रिंट मीडिया को दिए गए विज्ञापनों पर खर्च 15 करोड़ रुपए है। यह आंकड़ा सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी में सामने आया है।
दिल्ली सरकार ने पिछले 3 तीन महीने में 11 मई तक 91 दिन के दौरान प्रिंट मीडिया के विज्ञापन में करीब 15 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। सूचना के अधिकार के अनुसार केजरीवाल सरकार से विज्ञापन छापने के लिए धन प्राप्त करने वाले प्रकाशनों में केरल, कर्नाटक, ओडिशा और तमिलनाडु समेत अन्य राज्यों के दैनिक अखबार शामिल हैं।
सूचना के अधिकार के तहत अधिवक्ता अमन पंवार को एक आवेदन के जवाब में यह जानकारी प्राप्त हुई है कि दिल्ली सरकार ने 10 फरवरी से 11 मई के दौरान विज्ञापन पर करीब 14.56 करोड़ रुपए खर्च किए। इस विज्ञापन अभियान के कारण दिल्ली में विपक्षी दल कांग्रेस और भाजपा ने भी आम आदमी पार्टी पर से जवाब मांगा है।
इस मसले पर कांग्रेस के दिल्ली अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि एक ओर तो हमारे पास सफाई कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं हैं, लेकिन दूसरी ओर वे अपने विज्ञापन में इतनी बड़ी राशि खर्च कर रहे हैं।
इसी तरह भाजपा के नेता विपक्ष ने विजेंद्र गुप्ता ने भी हाल ही में सम-विषम योजना के विज्ञापनों खर्च पर सवाल उठाया है। इससे पहले लोकसभा में हाल में ही बताया गया था कि दिल्ली सरकार ने जनवरी और अप्रेल के दो चरणों में सम-विषम योजना के विज्ञापन पर करीब पांच करोड़ रुपए खर्च किए।