नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार द्वारा राजनीतिक नेताओं, अधिकारियों और आम जन तक की कथित जासूसी करने की योजना का खुलासा हुआ है।
दिल्ली भाजपा सरकार के इस जासूसी प्लान के विरोध में शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन करेगी।
उल्लेखनीय है कि एक टेलीविजन चैनल ने दिल्ली मंत्रिमंडल द्वारा लिए गए फैसले का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बड़ी संख्या में आधुनिकतम जासूसी उपकरण खरीदने को मंजरी दी है।
दिल्ली सरकार का भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) इन उपकरणों का उपर से नीचे तक के राजनीतिक नेताओं पर नजर रखने के लिए करेगा।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि केजरीवाल द्वारा आम आदमी तक पर जासूसी करने का अधिकार अपने हाथों में केंद्रित करने के निर्णय संबंधी एक टीवी चैनल का खुलासा उनकी तानाशाही कार्य प्रवृत्ति को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा इसका पुरजोर विरोध करेगी।
उपाध्याय ने कहा केजरीवाल की राजनीतिक पाठशाला में विपक्ष और विरोध के लिये कोई स्थान नहीं है। भ्रष्टाचार की आड में खरीदे जा रहे जासूसी उपकरण अंतत: विरोधियों पर निगाह रखने में उपयोग होंगे चाहे वे अन्य दलों के हों या उनकी आंतरिक राजनीति के।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच जारी कानूनी जंग में उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के झटकों से सबक लेते हुए अधिनायकवादी केजरीवाल सरकार को अब हठधर्मिता छोडकर विधि द्वारा स्थापित शासकीय प्रणाली के अंतर्गत जनसेवा के कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।
उपाध्याय ने कहा कि उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी और दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के बाद अब साफ है कि दिल्ली में पुलिस, भूमि, कानून व्यवस्था और प्रशासकीय अधिकारियों की नियुक्ति उपराज्यपाल के कार्य क्षेत्र में आतें हैं। उन्होंने कहा कि अब केजरीवाल को अपनी सीमाएं समझ लेनी चाहिए।