नई दिल्ली।। दिल्ली में अफसरों की नियुक्ति और तबादला का मामला अब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के द्वार पर है।
पहले उपराज्यपाल नजीब जंग ने राष्ट्रपति से मुलाकात की उसके बाद मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उनसे मुलकात कर उपराज्यपाल की शिकायत की। मुलाकात के बाद मनीष सिसोदिया ने बताया उन्होंने राष्ट्रपति से कहा कि उपराज्यपाल दिल्ली सरकार के कार्यों में दखल दे रहें हैं।
सिसोदिया ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति से कहा कि उपराज्यपाल ऐसे काम कर रहें है जैसे दिल्ली में राष्ट्रपति शासन है। उपराज्यपाल द्वारा दिल्ली सरकार के काम काज में सीधे तौर पर दखल देना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने उनकी बातों को सुना और उस पर गौर करने का आश्वासन दिया।
उधर, राष्ट्रपति से मिलने से पहले केजरीवाल ने अनिंदो मजूमदार को प्रधान सचिव (सेवा) पद पर फिर से बहाल कर दिया और इसके बाद केजरीवाल मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन गए।
उल्लेखनीय है कि केजरीवाल सरकार ने सोमवार सुबह प्रधान सचिव (सेवा) आनिंदो मजूमदार के दफ्तर पर ताला लगवा दिया। यही नहीं, राजेंद्र कुमार को उनकी जगह प्रधान सचिव भी बना दिया। दो घंटे बाद ही एलजी ने राजेंद्र कुमार की नियुक्ति रद्द कर दी। राजेन्द्र कुमार के स्थान पर अरविन्द रे को सेवा का प्रधान सचिव नियुक्त किया और शाम होते होते मजुदार को पुन:नियुक्त कर दिया।