नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के बागी विधायक देवेन्द्र सहरावत ने 21 संसदीय सचिवों के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाएं हैं।
उन्होंने केजरीवाल को पत्र लिखकर दिल्ली डायलॉग कमीशन के प्रमुख आशीष खेतान को भी निशाने पर लेते हुए इस निकाय को भंग करने की मांग है।
देवेन्द्र सहरावत ने केजरीवाल को अपने दूसरे पत्र में लिखा है कि मौजूदा स्थिति यह है कि इन 21 विधायकों पर विधानसभा की सदस्यता खत्म होने का संकट मंडरा रहा है और अब यह आपकी जिम्मेदारी है, क्योंकि आपने न सिर्फ उन्हें फिर से चुनाव का सामना करने के लिए मजबूर किया है, वरन एक बार फिर चुनाव (संभावित तौर पर) के जरिए आप ने दिल्ली के लोगों पर भार डाला है।
सहरावत ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी और जया बच्चन की नियुक्ति को उच्चतम न्यायालय द्वारा गैरकानूनी ठहराए जाने के निर्णय की भली-भांति जानकारी होने के बावजूद केजरीवाल ने आशीष तलवार जैसे सलाहकार के परामर्श पर उनको संसदीय सचिव नियुक्त किया जिनको इन चीजों की कोई जानकारी नहीं है।
सहरावत ने शिकायत करते हुए कहा कि वह पहले भी केजरीवाल को कई पत्र लिख चुके हैं जिनमें महिलाओं के शोषण के बारे में लिखा गया पत्र भी शामिल है लेकिन किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया गया।
उन्होंने आप नेता और दिल्ली डायलॉग कमीशन के प्रमुख आशीष खेतान को घूसखोर बताते हुए मांग की कि केजरीवाल इस निकाय को तुरंत प्रभाव से भंग कर दे, क्योंकि शटल बस सेवा के प्रस्ताव में दिल्ली डायलॉग कमीशन की भूमिका संदिग्ध थी। उन्होंने कहा कि कमीशन को ‘दिल्ली दलाल कमीशन’ के तौर पर जाना जा रहा है।