नैरोबी। एक क्रिश्चन को बचाते समय अपनी जान गवाने वाले एक शिक्षक सालाह फराह को मरणोपरांत केन्या के ‘आर्डर ऑफ द ग्रेट केन्या’ के सम्मान से नवाज़ा गया है।
केन्या की राजधानी नेरोबी में एक बस पर अल-सबाह आंतकी संगठन के हमले के दौरान सालाह ने अपने साथ यात्रा कर रहे क्रिश्चन को मारे जाने का विरोध किया। उसने उसे पकड़े रखा जिसके चलते आतंकियों ने उसे गोली मार दी और बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
राष्ट्रपति उहुरु केन्याटा ने गुरुवार को उसके सम्मान में कहा कि सालाह का देशसेवा में किया गया कार्य सराहनीय और अनूठा है। उसने ऐसे व्यक्ति की रक्षा की जिसे वह जानता नहीं था।
उसका विश्वास था कि हर व्यक्ति को अपनी इच्छा से ईश्वर पूजा का अधिकार है और दुनिया के हर इंसान का जीवन कीमती है। वह हमारे देश को सुरक्षित और एकजुट रखने के सपने का प्रतीक है और हमें याद दिलाता है कि इस स्वतंत्रता की रक्षा के लिये हम सबको भूमिका निभानी होगी। हम उसके बच्चों को बताना चाहते हैं कि उनके पिता का त्याग कभी नहीं भुलाया जाएगा।
इसी साल जनवरी में फराह के परिवार के लिए पैसे जुटाने के लिए एक सामाजिक मीडिया अभियान शुरू करने वाले 26 वर्षीय समाजिक कार्यकर्ता अब्दुलाही ड्रा का कहना है उसका त्याग देश को एकजुट करने वाला है। अब्दुलाही ने करीब 5 हजार डॉलर परिवार की मदद के लिए जुटाए हैं।