तिरुवनंतपुरम। भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक अधिकारी को ‘पागल’ कहने को लेकर केरल के ऊर्जा मंत्री एम.एम. मणि को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन ने रविवार को बताया कि मणि ने शनिवार रात को कनिष्ठ आईएएस अधिकारी श्रीराम वेंकटरमन को उनके गृह जिले इडुक्की में कब्जाई गई जमीनें छुड़ाने के लिए उनके सख्त रवैये को लेकर पागल कहा।
मंत्री ने कहा कि इडुक्की में अधिकांश धार्मिक प्रतिष्ठान ऐसी भूमि पर हैं जिन पर किसी का मालिकाना हक नहीं है। वह (वेंकटरमन) एक पागल है और उसे उलम्मपारा (तिरुवनंतपुरम में पागलखाना) भेज दिया जाना चाहिए।
इडुक्की में कब्जा की गई जमीनों को छुड़वाने को लेकर वेंकटरमण की कार्रवाई को लेकर पिछले एक सप्ताह से खबरों में है। पूर्व राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ए.वी. एम. सुधीरन ने मणि की टिप्पणी की निंदा की है।
सुधीरन ने रविवार को कहा कि युवा आईएएस अधिकारी के खिलाफ मणि की टिप्पणी से केरल के शिक्षित समाज में काफी नाराजगी है और वह राज्य के लिए शर्म का विषय बन गए हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सहायक सचिव प्रकाश बाबू ने कहा कि मणि के बारे में हम केवल वही कह सकते हैं जो यीशू मसीह ने कहा था कि उन्हें माफ कर दो, वह नहीं जानते कि वह क्या कर रहे हैं।
बाबू ने कहा कि वेंकटरमन जैसे राजस्व अधिकरी अपनी संवैधानिक शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए वही करते हैं जो उन्हें करना चाहिए।
इसी बीच, राज्य मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव कोडियारी बालकृष्णन ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
वहीं, राज्य युवा कांग्रेस अध्यक्ष डीन कुरियाकोस ने कहा कि मणि को उनकी हरकतों के कारण बेड़ियों से बांध देना चाहिए।