कोट्टायम। अधिकारियों ने यहां पाला में कैथड्रल गिरिजाघर के कब्रिस्तान में अप्रैल में दफना दी गई कैथोलिक नन के कंकाल को यह पता करने के लिए खोदकर निकाला गया कि कहीं उसकी एक कथित मनोविक्षिप्त हत्यारे ने तो हत्या नहीं की थी। इस व्यक्ति को हाल ही में एक अन्य नन की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि पाला में हुई 69 वर्षीय नन की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार इस व्यक्ति ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि उसने इस साल अप्रेल में इराट्टूपेट्टा के समीप एक अन्य नन जोस मारिया 83 पर उनके कन्वेंट में हमला किया था। सतीश बाबू नामक इस व्यक्ति को पाला के लीसेक्स कार्मेल कन्वेंट में सिस्टर अमला की हाल ही में हुई हत्या की जांच को लेकर पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
पूछताछ के दौरान उसने इराट्टूपेट्टा के चेट्टूथोडू में सेक्रेड हार्ट कन्वेंट में जोस मारिया पर उनके ही कमरे में हमला करने की बात कबूली थी। पुलिस ने कहा था कि जोस मारिया 17 अप्रेल को खून से लथपथ बेहोश मिली थीं। उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिन बाद उनकी मौत हो गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान जोस मारिया के कपाल पर एक गहरा जख्म नजर आया है। संदेह है कि उन पर एक तेज धारदार हथियार से वार किया गया होगा। बाबू को पिछले ही हफ्ते हरिद्वार से उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया था और केरल पुलिस ने उसे मनोविक्षिप्त करार दिया है। उसने सैक्रेड हार्ट कन्वेंट से 70 हजार रुपए चुराए थे।
पुलिस ने सैक्रेड हर्ट क्नवेंट मामले को नन के गिर जाने से हुई प्राकृतिक मौत करार देकर रफा-दफा कर दिया था। सिस्टर अमला की कथित हत्या करने के बाद बाबू फरार चल रहा था। उसे केरल पुलिस पिछले हफ्ते उत्तराखंड से लेकर आई थी।