नई दिल्ली/त्रिपोली। केरल की एक नर्स और उसका बच्चा लीबया के शहर सबराथा में गोलीबारी में मारे गए हैं। विदेश मंत्रालय ने दोनों के शव भारत लाने के लिए दूतावास से संपर्क किया है।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने केरल के मुख्यमंत्री ऊमेन चांडी से बात की और उन्हें विश्वास दिलाया कि भारत सरकार उन दोनों के शव स्वदेश लाएगी।
विदेश मंत्री ने कहा उन्होंने लीबया में भारत के राजदूत से नर्स और उसके शिशु पुत्र की मृत्यु पर एक रिपोर्ट मांगी है। स्वराज ने कहा यह घटना लीबया की राजधानी त्रिपोली से लगभग 45 कम दूर ज़ाविया में हुई।
स्वराज ने एक बार फिर विदेशों में काम कर रहे भारतीयों से युद्द क्षेत्रों से बाहर आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कई बार इस प्रकार के निर्देश जारी किए हैं, और वो एक बार फिर आग्रह करती है कि सभी भारतीय युद्द क्षेत्र से बाहर आएं।
यह घटना शुक्रवार रात को हुई जब एक बम उस अपार्टमेंट में गिरा, जहां भारतीय नर्स रहती थी। नर्स सुनु और उसका 18 महीने का पुत्र उस समय सो रहे थे।
नर्स का पति विपिन उस समय घर के बाहर था, जिसके चलते वो जीवित बच सका। विपिन और सुनु 2012 में शादी के बाद से लीबया में रह रहे थे।
ऊमेन चांंडी ने त्रिवेंद्रम में कहा कि उनकी सरकार लीबया में रह रहे भारतीयों, विशेषकर केरल के निवासियों, के साथ संपर्क करने का प्रयत्न कर रही है।
स्वराज ने कहा भारत सरकार ने नर्स के पति से संपर्क किया, उन्होंने कहा ज़ाविया अस्पताल में, जहां यह नर्स काम करती थी, अभी और 26 भारतीय हैं।
लीबया में इस्लामिक स्टेट आतंकी गुट का खतरा बढ़ रहा है। वहां के कुछ इलाके आतंकवाद की चपेट में आ गए हैं।