लंदन। इंडियन प्रीमियर लीग के 10वें संस्करण की नीलामी में तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स को मिले 12 करोड़ रुपए पर कटाक्ष करते हुए इंग्लैंड के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज केविन पीटरसन ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट के चेहरे पर कल एक और थप्पड़ लगा जब एक ट्वंटी-20 विशेषज्ञ इंग्लैंड टीम का सबसे अमीर खिलाड़ी बन गया।
हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि उनका बयान किसी के खिलाफ नहीं था बल्कि वह यह कहना चाहते थे कि टेस्ट क्रिकेट का दर्जा दिन ब दिन नीचे गिरता जा रहा है।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि इन सबके लिए मैं उनको दोष नहीं ठहरा रहा हूं। मैं यह देख रहा हूं कि ट्वंटी-20 क्रिकेट कितना तेजी से ऊपर उठ रहा है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि पैसों के आगे टेस्ट क्रिकेट काफी पीछे होता जा रहा है। आईसीसी को इसपर जल्द से जल्द से ध्यान देने की जरुरत है।
हालांकि दिलचस्प है कि पीटरसन खुद भी काफी समय से आईपीएल का हिस्सा हैं। पीटरसन ने मिल्स का बचाव करते हुए कहा कि वह ट्वंटी-20 के शानदार खिलाड़ी है और उन्हें चार साल पहले ही इंग्लैंड की टीम के लिए खेलना चाहिए था।
मिल्स को 4 साल पहले इंग्लैंड टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नेट अभ्यास के लिए इसलिए बुलाया था, ताकि वो मिशेल जॉनसन की तेजी का सामना करने के अव्यस्त हो सकें।
36 वर्षीय पीटरसन ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि मिल्स ट्वंटी-20 में एक शानदार गेंदबाज हैं। वह इसके हकदार है। उन्हें चार साल पहले ही इंग्लैंड टीम के लिए खेलना चाहिए था।