जगदलपुर। खसमास के कारण महीने भर से मांगलिक कार्य नहीं हो पा रहे थे। अब सूर्य उत्तरायण हो गया है। 19 जनवरी से सभी शुभ कार्य एवं वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो गए हैं। पंडितों के मुताबिक नए साल की यह पहली मांगलिक तिथि होगी।
इस साल अलग-अलग महीनों में शादियों के 65 मूहर्त है। फरवरी में सबसे अधिक 19 दिन विवाह के शुभ लग्न है वहीं इस साल मई और जून में एक भी मुहूर्त नहीं है।
पं. चिंतामणी दुबे ने बताया कि पिछले वर्ष 16 दिसम्बर को सूर्य की गति में बदलाव आने के कारण सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर गया था। इस वजह से खरमास शुरू होने से वैवहिक कार्य में विराम लग गया था।
इस साल 15 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में आते ही खरमास समाप्त हो गया। सूर्य उत्तरायण हो गय और शिशिर ऋतु आरंभ हो गई है। इसके साथ ही वैवाहिक एवं अन्य सभी शुभ कार्य आरंभ हो गए है।
मई व जून में इस साल शुक्र अस्त हो रहा है। इस कारण शादी को मुहूर्त नहीं है। दस जुलाई को शुक्र के उदय होने पर 13 जुलाई को केवल एक ही मुहूर्त है। 15 जुलाई से 11 नवम्बर तक देवशयन करने से चार माह के लिए फिर से शहनाईयां रूक जाएंगी।