सीकर। सृष्टि के सृजनकर्ता से आत्मीय सम्पर्क की उर्जा ने श्याम भक्तों की मानो थकावट भी हर ली है। खाटूग्राम में बाबा श्याम का फाल्गुनी लक्खी मेला अपने परवान पर आने लगा है।
खाटू की ओर आने वाले सभी रास्ते श्याम को समर्पित करने केसरिया व पीली पताकाएं अपने कंधों से लगाए पदयात्री श्याम भक्तों से अट गए है। ना कोई दिन ना कोई रात चारों और भक्तों के भजन व बाबा श्याम के नारे गुंजायमान हो रहे हैं।
देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्याम भक्तों ने खाटू में अपना डेरा लगा लिया है। अब तक करीब चार लाख श्रद्धालुओं ने अपने को प्रभुश्याम की सेवा में समर्पित कर खाटू ग्राम में आकर निवास कर रहे हैं।
जिला व पुलिस प्रशासन तथा श्रीश्याम मंदिर कमेटी की ओर से भी श्याम भक्तों की सुरक्षा एवं सुविधा के समूचे इंतजाम कर उनकी निगरानी आरंभ कर दी है। जिला कलक्टर डॉ.के.बी.गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार ने गत दो दिनों से खाटू में डेरा डाल लिया है।
मेले की व्यवस्थाओं के लिए प्रशासनिक अमले के साथ साथ राजस्थान के विभिन्न जिलों से बुलाए गए करीब दो हजार स्काउट व गाइड को भी मूलभूत सेवाएं दी गई है। जिला कलक्टर ने शनिवार को स्काउट शिविर का विधिवत उद्धाटन किया।
उन्होंने राजस्थान के सबसे बड़े स्काउट शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि स्काउट व गाइड मेलार्थियों की सेवा में समर्पण भाव से कार्य करें और उन्हें आवंटित पच्चीस सेवाओं को पूरी निष्ठा से पूर्ण करें।
पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार ने कहा कि मेले के दौरान बच्चे अपने माता पिता से बिछडऩे आदि पर विशेष नजर रखें तथा पूरे मेला क्षेत्र में तैनात रह कर मेलार्थी से सीधे सम्पर्क में रहे तथा जहां भी आवश्यकता हो पुलिस को तुरंत सूचित करें।
उन्होंने कहा कि स्काउट व गाइड मेलार्थी को प्राथमिक सहायता, जल, खोया पाया, मार्गदर्शन तथा श्याम दर्शन के लिए कतारबद्ध मेलार्थी को क्रमबद्ध आगे बढ़ाने की सेवाओं में तत्परता से कार्य करें। सी.ओ. स्काउट बसंत लाटा ने बताया कि बारह बारह घण्टों की दो पारियों में स्काउट व गाइड अपनी सेवाएं देंगे।