वलसाड। सिरोही बेस्ड खेतेश्वर अरबन क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसायटी ने वलसाड और नवसारी जिले में ब्रांचे खोल कर लोगों का करोड़ों रूपया जमा किया और गत दिनों शटर डाल कर निकल भागे। वलसाड में जमाकर्ताओं को कुल 10 करोड़ से ऊपर रूपए का चूना लगा कर भागी इस सोसायटी के खिलाफ सिटी थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
सिरोही जिले की खेतेश्वर अरबन क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसायटी ने वलसाड जिले में 2012 में अपनी ब्रांचे खोलनी शुरू की और वलसाड, वापी, सेलवास, दमण, सरीगाव, उमरगाव, धरमपूर, नवसारी और चिखली डेली रिकेरिंग और फिक्स डिपोजिट के जरिए लोगों की रकम जमा करनी शुरू कर दी।
सोसायटी बाकायदा मैनेजर और रिकेरिंग के लिए एजेंट तक नौकरी पर रखे और 4 साल में करोड़ों रुपए जमा करके गत 20 तारीख को जिले की सभी ब्रांच पर ताला जड़ दिया।
वलसाड ब्रांच के मैनेजर धवल ने सिटी थाने में अपने साथ और सैकड़ों लोगों के साथ विश्वासघात करने वाले सोसायटी के चैयरमेन विक्रम सिंह, उसके भाई शैतान सिंह और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार वलसाड और नवसारी जिले में कूल 9 ब्रांचे खोली गई थी जिसके जरिए हजारों लोगों की डेली रिकेरिंग और मंथली तथा फिक्स डिपोजिट के रूप में करोड़ो रुपए रकम जमा किए गए।
बीच में लोगों की जमा रकम मियाद पूरी होने पर दी भी गई। लेकिन फिर से इनवेस्ट का लालच देकर रकम जमा करने का सिलसिला चलता रहा। इसी दौरान 20 तारीख को सिरोही ब्रांच से ही एक साथ सभी ब्रांचों को ताला मार दिया गया तथा प्रबंधन के लोग फरार हो गए।
खेतेश्वर सोसायटी सिरोही के साथ वलसाड, नवसारी, अहमदाबाद, पालनपूर और पूरे राजस्थान में फैली हुई थी और सभी जगहों पर एक साथ ताला मार दिया गया और इन सभी के संचालकों का मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया है। इन सभी ब्रांचों में करीब 50 करोड़ से ऊपर रकम फंसी हुई है।
इस बारे में वलसाड ब्रांच के कर्मचारियों ने जानकारी दी की यहां से जमा किए करोड़ों रुपए से संचालकों ने सिरोही और पालनपूर में बंगले बना डाले और प्रोपटी में रुपए इनवेस्ट कर दिए और बकाएदारों को भुगतान नहीं किया। सरकार इन सभी जगहों पर कार्रवाई करते तो लोगों की रकम निकल सकती है।