विशाल सुथार
खिंवाड़ा। स्थानीय कस्बे में 15 अप्रेल को गायत्री परिवार, बालाजी मेला सेवा समिति व डगरीबाई मिश्रीमल अचलदास राठौड़ परिवार के संयुक्त तत्वावधान में एक विशाल कलश यात्रा निकाली जाएगी जिसकी सभी तैयारियंा पूर्ण कर ली गई है।
खिंवाडा सरपंच मोहन आचार्य व बालाजी ट्रस्ट के अध्यक्ष मिश्रीमल ढेलरियावोरा ने बताया कि खिंवाड़ा बालाजी मेले से पूर्व 15 अप्रेल को 2101 कन्याएं पीले वस्त्र धारण कर बालाजी मन्दिर प्रंागण से कलश धारण कर कलश यात्रा शुरू होगी।
जो मेन बाजार, मुख्ख्य बाजार होते हुए बालाजी महाप्रसादी स्थल पर जाकर सम्पन्न होगी। तत्पश्चात पण्डितों द्वारा वैदिक मंत्रौचार के साथ महाप्रसादी बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा।
कस्बा दुल्हन की तरह सजा
कलश यात्रा व मेले के आयोजनो को लेकर कस्बे के तमाम बाजार, मौहल्ले व रास्ते आकर्षक रोशनी के संग सजधजकर तैयार हो गए हैं।
खिंवाड़ा बालाजी मेले का 72 गांवों को दिया न्यौता
खिंवाडा बालाजी का मेला आगामी 19 अप्रेल को भरा जाएगा। जिसके लिए खिंवाडा बालाजी ट्रस्ट, मेला सेवा समिति व आयोजक परिवार की ओर से अरावल के 72 गांवों में घर-घर जाकर सपरिवार न्यौता दिया गया है यानि 72 गांवों के सभी ग्रामीण महाप्रसादी में शामिल होंगे।
एक ही जाजम पर महाप्रसादी ग्रहण करते हैं
खिंवाड़ा बालाजी मेले में आपसी प्रेमभाव से बिना किसी भी भेदभाव के 72 गांवों के 36 कौम के 40 हजार श्रद्धालु एक ही जाजम पर बैठकर प्रसादी ग्रहण करते हैं।
2021 तक बुक है महाप्रसादी की व्यवस्था
खिंवाडा़ बालाजी का मेला, मेला ही नहीं बल्कि अटूट आस्था एवं विश्वास का मेला है। इसका उदाहरण यहां पर होने वाली महाप्रसादी के आयोजन को लेकर लगाया जा सकता है। इस महाप्रसादी के आयोजन करने के लिए ग्रामीणों की एक लम्बी कतार लगी रहती है। वर्तमान में 2021 तक की महाप्रसादी की बुकिंग हो रखी है। बालाजी मेले की बुकिग के लिए लम्ंबी कतार के कारण पर्ची निकालकर घोषणा कि जाती है।