सियोल। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर अमेरिकी नौसेना पनडुब्बी यूएसएस मिशिगन उसके देश की जलसीमा में जरा भी अंदर घुसी, तो उसे डुबो दिया जाएगा।
ओहियो श्रेणी की परमाणु शक्ति संपन्न नौसेना पनडुब्बी यूएसएस मिशिगन वर्तमान में दक्षिण कोरिया के बुसान में खड़ी है, जहां हाल में विमानवाहक अमरीकी युद्धपोत यूएसएस कार्ल विन्सन पहुंचा था।
प्योंगयांग ने चेतावनी दी है कि अगर यूएसएस मिशिगन ने मामूली रूप से भी उसकी जलसीमा का उल्लंघन किया, तो उसे डुबो दिया जाएगा।
उत्तर कोरिया की एक वेबसाइट ने दावा किया कि एक ही वक्त में सुपर एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप की तैनाती और कोरियाई प्रायद्वीप के निकट परमाणु पनडुब्बी की तैनाती का मकसद हमारे देश के प्रति सैन्य खतरों को बढ़ाना है।
प्योंगयांग ने यह भी धमकी दी है कि अगर यूएसएस कार्ल विन्सन उत्तर कोरिया के जरा भी निकट आया, तो वह उसे डुबो देगा।
वेबसाइट के मुताबिक चाहे वह विमानवाहक पोत हो या परमाणु पनडुब्बी, वे हमारे अजेय सेना के आगे धातु का मलबा साबित होंगे, क्योंकि वह आत्मरक्षार्थ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने पर केंद्रित है।
शुक्रवार को असफल मिसाइल परीक्षण के बाद अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया कि अगर किम जोंग-उन ने इसके बाद कोई अन्य मिसाइल परीक्षण किया, तो अमरीका सैन्य कार्रवाई करने में जरा भी नहीं हिचकेगा। ट्रंप के इस संकेत के बाद पहले से तनावग्रस्त उत्तर कोरिया तथा अमेरिका के संबंधों में तनाव और बढ़ गया है।
ट्रंप ने कहा कि यह ओबामा प्रशासन द्वारा किया जाना चाहिए था और इसका ध्यान रखा जाना चाहिए था। इसका ध्यान बुश प्रशासन द्वारा रखा जाना चाहिए था। इस पर क्लिंटन प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए था।
अमरीका के राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर कोरिया ने एक और मिसाइल लॉन्च करने का प्रयास कर चीन का ‘निरादर’ किया है, क्योंकि ट्रंप को इस बात का भरोसा था कि शी जिनपिंग प्योंगयांग को मिसाइल तथा परमाणु कार्यक्रमों को बंद करने के लिए मना लेंगे।
उत्तर कोरिया के खिलाफ सख्ती दर्शाते हुए अमरीका ने यूएसएस कार्ल विन्सन को कोरियाई प्रायद्वीप में तैनात कर दिया है और शनिवार को वह उत्तर कोरिया की तरफ जापान के नागासाकी के उत्तरी तट के निकट तैरता दिखा।