गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा के फायरब्रांड नेता हैं और उत्तर प्रदेश में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद देशभर में दक्षिणपंथियों में इन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग जोर पकड रही थी। खुद भाजपा के साथ आरएसएस और विहिप को इनका नाम उत्तर प्रदेश में उनके एजेंडे को पूर्ण करने के लिए सबसे उचित लग रहा था।
उत्तर प्रदेश के सबसे पिछडे इलाके पूर्वांचल के नेपाल बाॅर्डर पर स्थित गोरखपुर शहर में स्थित नाथ संप्रदाय के सबसे बडे तीर्थ गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं योगी आदित्यनाथ। इनके गुरु अवैद्यनाथ के बाद योगी आदित्यनाथ ने इस मठ की विरासत को संभाला। वह 1998 से यहां के सांसद हैं और 26 साल की सबसे कम उम्र में उन्हें सांसद बनने का मौका मिला। तब से अब तक वह गोरखपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं।
उत्तर प्रदेश में राजनाथसिंह के बाद लम्बे अर्से के बाद कोई सवर्ण मुख्यमंत्री बन रहा है। योगी आदित्यनाथ महंत हैं, लेकिन मूल रूप से यह राजपूत समाज से आते हैं इनका नाम अजयसिंह रावत था। योगी अवैद्यनाथ से गुरु दीक्षा लेने के बाद यह आदित्यनाथ के नाम से जाने जाने लगे।
योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखण्ड के एचएनबी विश्वविद्यालय के विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की है। सितम्बम 2014 में योगी अवैधनाथ के देवलोकगमन के बाद योगी आदित्यनाथ इस गद्दी पर विराजमान हुए। योगी आदित्यनाथ हिन्दु युवा वाहिनी के संस्थापक सदस्य भी हैं।
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