नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को सदन को यह बताया कि नोटबंदी के फैसले के लिए ली गई मीटिंग में कौन-कौन मौजूद था। वित्त राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने नोटबंदी के लिए हुई मीटिंग की तारीख, मीटिंग का एजेंडा और मीटिंग में मौजूद लोगों की सूची संसद पटल पर रखी।
उन्होंने बताया कि नोटबंदी को लेकर 8 नवम्बर, 2016 को ही मीटिंग हुई थी। मीटिंग का एजेंडा था- 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट की विधिक मान्यता। इस मीटिंग में आरबीआई के निदेशक मंडल से गर्वनर ऊर्जित पटेल, डिप्टी गर्वनर आर गांधी, डिप्टी गर्वनर एस एस मुंदरा, निदेशक शक्तिकांत दास, निदेशक अंजुली चिब दुग्गल, निदेशक डॉ. नचिकेत मोर, निदेशक भारत एन दोशी और निदेशक सुधीर माकंड उपस्थित थे।
-नोटबंदी में आरबीआई ने 22.6 अरब नोट बैंकों को दिए थे
वित्त राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने संसद को बताया कि नोटबंदी के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 22 अरब 60 करोड़ नोट बैंकों को जारी किए थे, जिसमें से 22 अरब 40 करोड़ नोट 10 रुपये, 20 रुपये, 50 रुपये और 100 रुपये के थे।
शुक्रवार को वित्त राज्यमंत्री ने नोटबंदी के दौरान नकदी की किल्लत पर संसद में बताया कि 10 नवम्बर, 2016 से 19 दिसम्बर, 2016 के बीच 5 लाख 92 हजार करोड़ रुपये लोगों को बैंक काउंटर या एटीएम के जरिए जारी किए गए थे। इतना ही नहीं आरबीआई ने 500 रुपये और 2000 रुपये के 2 अरब 20 करोड़ नोट इस दौरान जारी किए थे।