बीकानेर/नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को कथित राजस्थान भूमि घोटाले से जुड़े दो ‘मुख्य जालसाजों’ को गिरफ्तार किया है। इस घोटाले में एक आतिथ्य कंपनी भी शामिल है, जिसके निदेशकों में रॉबर्ट वाड्रा का नाम भी शामिल है। जयप्रकाश भार्गव और अशोक कुमार को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया।
निदेशालय ने बयान में कहा कि कोलायत (बीकानेर) भूमि घोटाले मामले की जांच करते हुए ईडी ने महत्वपूर्ण सुराग हासिल कर लिया और मुख्य धोखेबाज जयप्रकाश भार्गव और अशोक कुमार को गिरफ्तार किया है।
ईडी अधिकारियों ने कहा कि अशोक कुमार स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के महेश नागर के सहायक के करीबी हैं। दिल्ली स्थित आतिथ्य कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि वाड्रा 2007 से उसके निदेशकों में से एक रहे हैं। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि कुमार को महेश नागर के लिए इस्तेमाल किया गया था।
बयान में दावा किया गया कि स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने 69.55 हेक्टेयर जमीन को 72 लाख रुपए में खरीदा था और फिर एलेगेंनी फिनलीज नामक कंपनी को 5.15 करोड़ रुपए में बेचकर 4.43 करोड़ रुपए का लाभ कमाया था।
जांच के दौरान यह पाया गया कि एलेगेंनी फिनलीज एक कंपनी के रूप में किसी भी वास्तविक व्यापार गतिविधियों में शामिल नहीं है और इसके कई शेयर धारक फर्जी निकले थे।
इससे पहले ईडी ने इस मामले के संबंध में सरकारी अधिकारियों और अन्य लोगों की 1.18 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली थी। ईडी राजस्थान में बीकानेर के सीमावर्ती इलाके के कोलायत इलाके में जमीन की खरीद में कथित घोटाले की जांच कर रहा है।