मुंबई। कांग्रेस नेता डीवाई पाटिल के बंगले पर बने हेलीपैड पर मेहमानों को लेकर आए हेलीकॉप्टर में उडान भरने के दौरान खराबी आ गई। खास बात यह कि पायलट ने किसी तकनीकी खराबी के कारण जिस हेलीकॉप्टर को उड़ने में असमर्थ बता दिया, उसी को एक कार मकैनिक ने उड़ने लायक बनाकर वाहवाही बटोरने का काम किया।
कांग्रेस नेता डीवाई पाटिल के बंगले पर आए हेलीकॉप्टर में आई खराबी के बाद जब हेलीकॉप्टर कंपनी को फोन किया गया तो पता चला कि इंजीनियर को वहां तक पहुंचने में कम से कम दो घंटे लग जाएंगे।
इसी बीच किसी को कोल्हापुर शहर के कार मैकेनिक इम्तियाज मोमिन का ध्यान आया। बताया जाता है कि एक बार अपने भाई फिरोज मोमिन के साथ इम्तियाज ने पानी में चलने वाली कार बनाकर उसे कोल्हापुर के तालाब में चलाया था।
चर्चा चलते ही एक व्यक्ति को इम्तियाज के गैरेज पर भेजा गया। उस वक्त गैरेज में फिरोज काम कर रहा था। जब किसी ने उससे हेलीकॉप्टर ठीक करने को कहा, तो उसे यह मजाक लगा। फिर बड़े भाई इम्तियाज की गैरमौजूदगी में उसे इस काम में हाथ लगाने की हिम्मत भी नहीं पड़ रही थी।
जैसे तैसे फिरोज कांग्रेस नेता के बंगले पर लाया गया। हेलीकॉप्टर ठीक करना तो दूर, फिरोज ने उसे कभी हाथ भी नहीं लगाया था। फिर भी पायलट से बात कर वह हेलीकॉप्टर ठीक करने में जुट गया।
गजब कि आधे घंटे की कोशिश में ही हेलीकॉप्टर के पंखे घूमने लगे। परीक्षण के बाद पायलट ने भी हेलीकॉप्टर को आधिकारिक उड़ान के लायक घोषित किया और मेहमानों के साथ रवाना हो गया।