जयपुर। जयपुर और उदयपुर का स्मार्ट सिटी में चयन होने के बाद अब कोटा और अजमेर को भी इसमें शामिल करने की प्लानिंग की जा रही है। इसके लिए दोनों ही शहरों के स्मार्ट सिटी प्लान भी बना लिए, जिसका प्रस्तुतिकरण मंगलवार को मुख्य सचिव सीएस राजन के समक्ष दिया।
प्लान के तहत कोटा को पेडेस्ट्रियल सिटी यानी पैदल चलने योग्य बनाने की योजना है। इससे पहले जो कोटा का प्लान तैयार किया था उसमें कोटा को ग्रीन फील्ड मॉडल बनाने की प्लानिंग थी।
कोटा नगर निगम आयुक्त की ओर से दिए प्रस्तुतिकरण में बताया कि कोटा को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए 1455 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे। इसमें एरिया बेस्ट डवलपमेंट पर 1067 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जिसमें किशोर सागर एवं कोटरी तालाब के आस-पास के क्षेत्र को विकसित किया जाएगा।
इसके अलावा कोटा को पेडेस्ट्रियल सिटी (पैदल चलने योग्य) बनाना, वाटर बॉडी का संरक्षण करना, दशहरा मैदान का विकास, टूरिज्म एक्जीविटीज, रोजगार के साधन विकसित करने की भी योजना है। इसी प्रकार 319 करोड़ रुपए के पेन सिटी प्रस्ताव के तहत वाटर मैनेजमेंट, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, एकीकृत ट्रैफिक मैनेजमेंट शामिल है।
अजमेर सिटी का बढ़ा दायरा और बजट
इधर अजमेर के स्मार्ट सिटी प्लान में भी बदलाव किया है। पहले वाला प्लान 1266 करोड़ रुपए का प्रस्तावित था, जबकि इस बार का प्रस्ताव 1947 करोड़ रुपए का है।
अजमेर कलेक्टर की ओर से दिए प्रजेन्टेशन में एरिया बेस्ड डवलपमेंट पर 1731.91 करोड़ रुपए के प्रस्तावों की जानकारी दी। इसमें आनासागर, मार्टिन डेल ब्रिज, रेल्वे स्टेशन, दौलत बाग, मदार गेट, बस स्टेण्ड, सिविल लाईन, वैशाली नगर आदि क्षेत्र शामिल किया है।
इसी प्रकार 215.68 करोड़ रुपए के पेन सिटी प्रस्ताव प्रस्तुत किए, जिनमें एकीकृत ट्रैफिक मैनेजमेंट, सुरक्षा एवं जांच सिस्टम, स्ट्रीट लाईट का इंटेलीजेंट सिस्टम, सिटी ई-गर्वेनेंस के कार्य किए जाएंगे।