कोटा। छात्रों की आत्महत्या के मामले में देशभर में बदनाम हो चुके कोटा में एक और छात्र ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने छात्र का शव बुधवार को गोताखोरों की मदद से चंबल नदी से बाहर निकाला। मृतक छात्र बिहार का रहने वाला था और एक कोचिंग से आईआईटी की तैयारी कर रहा था।
पिता के नाम छोड़े सुसाइटनोट में छात्र ने आत्महत्या की वजह उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरना बताया है। जवाहर नगर थाना पुलिस ने बताया कि छात्र आशीष सत्यम 19 नवम्बर से लापता था।
बुधवार सुबह चंबल गार्डन में टहल रहे लोगों को चंबल नदी में एक शव तैरता दिखा। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने नगर निगम के गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला।
पुलिस ने शिनाख्ती के लिए छात्र के परिजनों को मौके पर बुलाया। परिजनों ने छात्र के हुलिए और उसके पास मिले मोबाइल के आधार उसको पहचाना। फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए छात्र के शव को महाराव भीमसिंह अस्पताल की मोर्चुरी में रखवाया है।
गौरतलब है कि आशीष सत्यम बिहार के मुजफ्फपुर जिले का रहने वाला था। पिछले दो सालों कोटा के एक कोचिंग संस्थान से आईआईटी की तैयारी कर रहा था। पिछले तीन दिन से छात्र लापता था।