कोटा। रामगंज मण्डी विधायक चंदकांता मेघवाल के साथ पुलिक की मारपीट और उनके पति के महावीर नगर थाने पर एसएचओ पर हाथ उठाने के मामला मंगलवार को भी गरमाया रहा। कांग्रेस व जाट समाज ने विधायक का पुतला फूंका। वहीं विधायक ने पत्रकार वार्ता कर पूरे थाने को बदलने मांग की।
इस बीच महावीर नगर थाने में हुए हंगामे में दुखी हुए एएसआई अशोक शर्मा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का निर्णय किया। उन्होंने कहा कि पुलिस के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज होने और हमारे आला अधिकारियों के साथ मारपीट होने के बाद भी आरोपी छूट गए। उलटा पुलिस पर गलत मुकदमें दर्ज कराने से मैं दुखी हूं।
विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मुझे, मेरे पति नरेन्द्र मेघवाल व भाजपा के जिला अध्यक्ष हेमंत विजय पर पुलिस ने हाथ उठाया और लाठी चार्ज कर भाजपा के कार्यकार्ताओं को बर्बता से मारा इसमें मुझे चोट पंहची मेरा हाथ फैक्चर हुआ है।
विधायक ने कहा कि पुलिस ने मेरे साथ बहुत बुरा सलूक करा थाने अंदर मुझे बुरी तरह पीटा और मेरा गला भी दबाया और मेरे पति को लाठियों से पीटा। जबकि मेरे पति ने पुलिस पर कोई हाथ नहीं उठाया था। उन पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।
इस मामले में विधायक ने आईपीएस चूनाराम जाट और महावीर नगर सीआई के खिलाफ छेडछाड़, जाति सूचक शब्दों से अपमान करने की एफआईआर दर्ज करवाई जबकि सीआई बडसरा और उप निरीक्षक कुसुमलता की तरफ से राजकार्य में बाधा का केस दर्ज करवाया गया है।
हालांकि पत्रकार वार्ता में भाजपा जिला अध्यक्ष हेमन्त विजय उपस्थित नहीं थे। उन्होंने दूरभाष पर बताया कि मुझे जयपुर में पहले से तय बैठक में जाना था। हालांकि पूरे मामले में उन्होंने भाजपा सरकार पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री व मुख्यमंत्री तक पूरी बात पहुंच चुकी है हम सरकार के हर फैसले को स्वीकार करेंगे।
अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस, देहाज जिला कांग्रेस कमेटी व जाट समाज ने संयुक्त रूप से मंगलवार को महावीर नगर थाने पर प्रदर्शन कर विधायक मेघवाल का पुतला फूंका और महावीर नगर थाने में मौजूद अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक अनन्त कुमार से मिलकर कहा कि हम गुंडा तत्वों के विरूद्ध खड़े होंगे। हम पुलिस प्रशासन का मनोबल नहीं गिरने देंगे।