नई दिल्ली। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने मंगलवार को कहा कि भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव जिंदा हैं। कथित जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने जाधव को मौत की सजा सुनाई है।
बासित ने समाचार चैनल सीएनएन न्यूज18 चैनल से कहा कि मैं आश्वस्त कर सकता हूं कि वह जिंदा हैं। उन्होंने कहा कि जाधव की मां ने जो अपील भेजी थी, उसे भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावाले ने पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जांजुआ तक पहुंचा दी है।
जाधव को कथित तौर पर तीन मार्च, 2016 को पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में गिरफ्तार किया गया था।
पाकिस्तान ने दावा किया कि भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी ने एक वीडियो में कबूल किया है कि वह बलूचिस्तान में जासूसी तथा आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। हालांकि भारत ने आरोपों से इनकार किया है। अप्रैल महीने में पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जाधव को मौत की सजा सुनाई।
भारत ने कहा है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया और उस पर जासूस होने का ठप्पा लगा दिया। जाधव ईरान में कारोबार करते हैं।
इस महीने की शुरुआत में भारत ने हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय अदालत में जाधव मामले में याचिका दाखिल की। सुनवाई के दौरान अदालत ने मामले में अंतिम फैसला आने तक जाधव की फांसी पर रोक लगा दी है। बासित ने जाधव के मामले को ‘अति संवेदनशील’ करार दिया है।
उन्होंने नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा दो भारतीय सैनिकों के सिर काटने की बात से भी इनकार किया। उन्होंने दावा किया कि हमारी सेना इस तरह की चीजों में संलिप्त नहीं है।
उल्लेखनीय है कि एक मई को पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए सेना के नायब सुबेदार परमजीत सिंह तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के हवलदार प्रेम सागर के शवों को क्षत-विक्षत कर दिया गया था।